छायावादी काल की प्रमुख स्तंभ महादेवी वर्मा की 118वीं जयंती पर हुआ कार्यक्रम
वरीय संवाददाता, भागलपुर
छायावादी कवयित्री महादेवी वर्मा का भागलपुर से खास जुड़ाव रहा है. उनके पिता गोविंद प्रसाद वर्मा टीएनबी कॉलेजिएट विद्यालय में बतौर अध्यापक कार्यरत थे. उक्त बातें साहित्य सफर की ओर से शिक्षण संस्थान, मंदरोजा में छायावादी काल के प्रमुख कवयित्री महादेवी वर्मा की 118वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में साहित्यकारों ने कही. कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के संस्थापक अध्यक्ष जगतराम साह कर्णपुरी ने की.रंजन कुमार राय ने कहा कि महादेवी वर्मा छायावाद के प्रमुख स्तंभ के साथ-साथ संगीत की अच्छी जानकार थीं. वे उत्तर प्रदेश विधान परिषद की सदस्य भी (मनोनीत) रहीं. मुख्य अतिथि साहित्यकार प्रेम कुमार प्रिय ने कहा कि कवयित्री महादेवी वर्मा ने सादगीपूर्ण जीवन व्यतीत किया. व्यक्तिगत जीवन में कवि सुमित्रानंदन पंत और सूर्यकांत त्रिपाठी निराला उनके अत्यंत निकट रहे. महादेवी वर्मा दोनों को राखी बांधती थीं. जयंती समारोह को गोपाल महतो, हिमांशु शेखर, राजीव रंजन, शिवम कुमार, ओम प्रकाश केजरीवाल एवं अजय शंकर प्रसाद ने भी संबोधित किया.
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