जवाहर लाल नेहरू मेडिकल काॅलेज अस्पताल में पीएमआर विभाग (फिजियोथेरेपी और पुनर्वास चिकित्सा) में आनेवाले समय में मरीजों को भर्ती किया जायेगा. इसको लेकर अस्पताल अधीक्षक डाॅ अविलेश कुमार ने प्रयास शुरू कर दिया है. अगर सभी कुछ ठीक रहा तो मरीज अपना इलाज यहां भर्ती होकर करा सकेंगे. अभी पीएमआर विभाग का केवल ओपीडी संचालन होता है. पीएमआर विभाग के वार्ड के लिए दो दिन के अंदर कमरा का चयन कर लिया जायेगा. ज्यादा संभावना है कि अभी जहां यह विभाग चल रहा है उसी के आसपास वार्ड भी बना दिया जाये. कमरा का चयन करने के बाद ज्यादातर संभावना है कि यहां सभी सुविधा अस्पताल प्रबंधन अपने स्तर से कर देगा. पीएमआर विभाग में ऐसे भी मरीज आते हैं, जिनका ऑपरेशन करना बेहद जरूरी होता है. ऐसे में अभी इस विभाग के पास अपना ओटी नहीं है. ऐसे में अधीक्षक डाॅ अविलेश कुमार ने हड्डी रोग विभाग के एचओडी से कहा है कि सप्ताह में कम से कम दो दिन पीएमआर के लिए ओटी दें.
पैथोलॉजिकल रिपोर्ट पीजी डाॅक्टरों की नजर से गुजरेगी
जवाहर लाल नेहरू मेडिकल काॅलेज अस्पताल में आनेवाले मरीजों को जो पैथोलॉजिकल रिपोर्ट मिलेगी, वह पीजी डाक्टरों की नजर से गुजरेगी. पहले इस रिपोर्ट की पीजी डाॅक्टर अपने स्तर से जांच करेंगे. उसके बाद मरीजों को रिपोर्ट दी जायेगी. दरअसल, सेंटर पैथोलॉजी में अब तक मरीजों का खून लेने के बाद जांच रिपोर्ट टेक्नीशियन देते थे. फिर रिपोर्ट लेकर मरीज या उनके परिजन सीधे डाॅक्टर के पास जाते थे. ऐसे में रिपोर्ट पर शक होता था तो एक बार फिर से जांच कराने के लिए मरीजों को भेजा जाता था. अब अस्पताल में नयी व्यवस्था शुरू की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है