इधर, पंजाब पुलिस ने बताया कि राजीव रंजन का मोबाइल कॉल डिटेल, लोकेशन आदि खंगाला गया है. पंजाब पुलिस के एएसआई गुरविंदर सिंह ने बताया कि बांका पुलिस से उम्मीद के अनुरूप मदद नहीं मिल पायी. किसी ने चाय पानी तक नहीं पूछा. घटना से संबंधित खास जानकारी भी नहीं दी. यहां तक आदमी व गाड़ी तक मुहैया नहीं कराई गयी.
मामले को लेकर पीड़िता ज्योति भारती ने भागलपुर रेंज आइजी को शिकायत पत्र दिया है. जिसमें उन्होंने अपने साथ हुई घटना का विस्तार से वर्णन किया है. उन्होंने गिरफ्तारी करने आये राजीव रंजन व ललमटिया थाना के अन्य पुलिसकर्मी नेहा कुमारी, नियाज आलम, प्रिया कुमारी पर मारपीट, बाल पकड़कर खींचने, भद्दी भद्दी गालियां देने का आरोप लगाया है. उन्होंने ये भी लिखा है कि उनके पति जो पीडब्ल्यूडी में चीफ इंजीनियर है उन्होंने भागलपुर डीएम, एसएसपी तक से बातचीत की. इसके बावजूद उन्हें पुलिस ने थाने से नहीं छोड़ा. इसी अवसाद के कारण उनके डिप्टी कमांडेंट भाई ने सुसाइड कर लिया. उन्होंने भाई के सुसाइड के लिए ललमटिया की पुलिस, डीएसपी राकेश कुमार व एसएसपी भागलपुर को जिम्मेदार ठहराया है.
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