रामनगर. वाल्मीकि टाइगर परियोजना के गोबर्धना जंगल स्थित सोमेश्वर पहाड़ पर कालका मंदिर जाने के लिए श्रदालुओं की भीड़ तीसरे दिन भी उमड़ती रही. अहले सुबह में सबसे अधिक भीड़ पहुंची. श्रद्धालुओं की संख्या जानने को वन विभाग की ओर से उनका रजिस्ट्रेशन कराया गया. जंगल की साफ सफाई से लेकर जगह-जगह भंडारे के कारण श्रद्धालुओं को राहत मिली. अधिकांश लोगों ने भर्तृहरि कुट्टी पर रात का विश्राम किया. श्रद्धालुओं को उक्त यात्रा के दौरान वहां के ऐतिहासिक स्थलों को देखने का सौभाग्य मिली. इस वजह से तेज धूप में भी हजारों श्रद्धालुओं का गोबर्धना वन कार्यालय के मुख्य दरवाजे पर पहुंचना जारी रहा. सोमेश्वर धाम जाने के लिए दूसरे राज्य के भक्त भी पहुंचते रहे. श्रद्धालुओं की सुरक्षा में पुलिस वन विभाग तथा एसएसबी के सुरक्षाबल तैनात रहे. श्रद्धालुओं की संख्या लगभग हजार को पार कर चुकी है. यात्रा के अंतिम चरण में गोबर्धना वन कार्यालय के मुख्य दरवाजे के समीप लगी सभी दुकानों की रौनक बढ़ चुकी है. सोमेश्वर जाने वाले यात्री बखरी बाजार के समीप और गोबर्धना वन कार्यालय के पास पूजन सामग्रियों दुकानें सजाई गयी है. साथ ही रामनगर से गोबर्धना मुख्य सड़क पर आधा दर्जन स्थानों पर पूजन सामग्रियों मिल रही है. इस संबंध में रेंजर सत्यम कुमार ने बताया कि सोमेश्वर धाम यात्रा जाने वाले यात्रियों के लिए प्रवेश द्वार खुला है. इसको लेकर जंगल की साफ सफाई और सुरक्षा के जरूरी इंतजाम जारी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

