तेघड़ा. बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा अग्निकांड से बचाव हेतु प्रखंड मुख्यालय स्थित अटल कलम भवन में दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. प्रशिक्षण जिला रिसोर्स पर्सन आपदा प्रबंधन बेगूसराय की देखरेख में आयोजित किया गया. इस प्रशिक्षण में प्रखंड के सभी पंचायत से पांच पुरुष और पांच महिला सामुदायिक स्वयंसेवक ने भाग लिया. आपदा प्रबंधन विभाग के जिला रिसोर्स पर्सन ने प्रशिक्षण ले रहे कर्मियों को बताते हुए कहा कि राज्य में गर्मी के मौसम की शुरुआत हो चुकी है. पछुआ हवा भी चल रही है. ऐसे में गर्मी के मौसम में ज्यादातर गांव में अगलगी की घटनाओं की संभावना बढ़ रही है. आग से हमारे घर खेत खलियान एवं जान माल को भारी हानि पहुंचती है. जिसे स्वयं की जागरूकता के टाला जा सकता है. उपस्थित लोगों को अग्निशमन केंद्र के पदाधिकारी ने दिन का खाना नौ बजे सुबह से पूर्व एवं रात का खाना शाम छह बजे तक बना ले गृहणी. कटनी के बाद खेत में रखे पतवार को आग न लगायें. हवन आदि का काम सुबह निपट लें. भोजन बनाने के बाद चूल्हे की आग पूरी तरह बुझा दें. रसोई घर यदि फूस का हो तो उसकी दीवाल पर मिट्टी का लेप अवश्य करें.
प्रशिक्षण में प्रत्येक पंचायत से पांच पुरुष और पांच महिला सामुदायिक स्वयंसेवकों ने लिया भाग
आग बुझाने के लिए बालू अथवा मिट्टी बोरा में भरकर तथा दो बाल्टी पानी अवश्य रखें. लालटेन, मोमबत्ती को ऐसी जगह पर ना रखें जहां से गिरकर आग लगने की संभावना हो. शार्ट सर्किट को आग से बचने के लिए बिजली वायरिंग की समय-समय पर मरम्मत कर लें. मवेशियों को आग से बचने के लिए मवेशी घर के पास पर्याप्त मात्रा में भी पानी का इंतजाम एवं निगरानी अवश्य करते रहें. घर में किसी भी उत्सव के लिए लगाये गये टेंट के नीचे से बिजली के तार को ना ले जाएं. जलती हुई माचिस की तीली अथवा अधजली बीरी एवं सिगरेट पीकर इधर-उधर ना फेंके. जहां पर सामूहिक भोजन का कार्य हो रहा हो वहां पर दो से तीन ड्रम पानी अवश्य रखा जाए. खाना बनाते समय सूती कपड़ा पहने. सार्वजनिक स्थलों, ट्रेन एवं बसों में ज्वलनशील पदार्थ लेकर न चलें. किसी प्रकार से आग लगने के मामले में फायर ब्रिगेड एवं प्रशासन को तुरंत सूचित करें एवं उन्हें सहयोग करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

