तेघड़ा.
शुक्रवार को तेघड़ा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम उदय महतो ने विद्यालय प्रबंधन, ग्रामीण एवं छात्र छात्राओं से मिली शिकायत के आलोक में शैक्षणिक संस्थान में उनके द्वारा किये गये कृत कार्य के आलोक में राजकीय बुनियादी विद्यालय बजलपुरा तेघड़ा में प्रतिनियुक्त शिक्षक विक्की सिंह के निलंबन का अनुशंसा किया है. शिक्षक के उपर हुई कार्रवाई की सूचना से क्षेत्र के लोग और शिक्षाविदों में चर्चा का विषय है. आरोपित शिक्षक यूपी से हैं और अपने अकुशल कार्य के कारण चर्चा में हैं. घटना के संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने पत्र के माध्यम से बताया है कि 20 मार्च को दोपहर 02 बजकर 20 मिनट पर राजकीय बुनियादी विद्यालय बजलपुरा में प्रतिनियुक्त शिक्षक विक्की सिंह (मूल विद्यालय मवि ताजपुर) का एक वीडियो वायरल की शिकायत मिली. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल देखने पर यह पता चला यह वीडियो राजकीय बुनियादी विद्यालय बजलपुरा तेधड़ा का है. घटना संज्ञान में आने के उपरांत 21 मार्च की दोपहर 2 बजकर 15 मिनट पर विद्यालय का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के क्रम में विक्की सिंह विद्यालय अध्यापक विद्यालय में अनुपस्थित पाये गये. बच्चों एवं शिक्षकों से बातचीत करने के उपरांत पता चला कि 20 मार्च को दो ढ़ाई बजे शिक्षक विक्की सिंह वर्ग 8 में वीक्षण कार्य कर रहे थे. छात्र-छात्राओं ने बताया कि अचानक उसी समय तीन-चार बाहरी लोग विद्यालय प्रांगण में प्रवेश किये जिसे देखकर शिक्षक अपने वर्ग का दरवाजा बंद कर लिया. बाहरी लोग जब दरवाजा खोलने के लिए कहा तो विक्की सिंह द्वारा दरवाजा खोला गया और अपने कमर से हथियार निकाल कर लहराते हुए विद्यालय परिसर से बाहर की ओर भाग गये. उन्होंने बताया कि इससे पूर्व विक्की सिंह विद्यालय अध्यापक मवि ताजपुर में पदस्थापित थे. जहां के प्रधानाध्यापक और अभिभावकों द्वारा कार्यालय में आवेदन दिया गया था कि इनके अशोभनीय व्यवहार के कारण अभिभावक अपने बच्चे को विद्यालय भेजने में असमर्थ हैं. इस आलोक में इनसे स्पष्टीकरण की मांग की गयी और संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं होने के कारण उत्पन्न विशेष परिस्थिति को देखते हुए इनका प्रतिनियोजन 24 फरवरी 2025 के द्वारा राजकीय बुनियादी विद्यालय बजलपुरा तेघड़ा में कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि विक्की सिंह विद्यालय अध्यापक, मवि ताजपुर के द्वारा अपने मूल विद्यालय एवं राजकीय बुनियादी विद्यालय बजलपुरा में किये गये कृत से ऐसा प्रतीत होता है कि इनके द्वारा विद्यालय में शिक्षण कार्य किये जाने से विद्यालय में शिक्षक एवं छात्र पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ेगा और कभी भी कोई भी घटना किसी समय हो सकती है. इसलिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने आरोपित शिक्षक द्वारा उक्त कृत कार्य के जांच के बाद इनके निलंबन की अनुशंसा की है. ताकि विद्यालय का वातावरण स्वच्छ और सौहार्दपूर्ण बना रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

