बरौनी. रेलवे यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए लगातार कदम उठा रहा है. इसी क्रम में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नयी दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में रेल सूचना प्रणाली केंद्र के 40वें स्थापना दिवस पर एक नया एप्लिकेशन रेलवन का शुभारंभ किया. रेलवन एप रेलवे के साथ यात्री संपर्क को बेहतर बनाने पर केंद्रित एक व्यापक, ऑल-इन-वन एप्लीकेशन है, जिसका इंटरफेस उपयोगकर्ता के अनुकूल है.
यह एप एंड्रॉइड प्ले स्टोर और आइओएस एप स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है. यह एप सभी यात्री सेवाओं को एकीकृत करता है. इसके अलावा अनारक्षित व प्लेटफार्म टिकट पर तीन प्रतिशत छूट मिलता है. लाइव ट्रेन ट्रैकिंग, शिकायत निवारण, इ-कैटरिंग, पोर्टर बुकिंग और लास्ट माइल टैक्सी जैसी सुविधा उपलब्ध है. यह एक स्पेस सेविंग एप है, क्योंकि इसके कारण उपयोगकर्ताओं को अलग-अलग सेवाओं के लिए अलग-अलग एप रखने की जरूरत नहीं पड़ती. रेलवन में एम-पिन या बायोमेट्रिक के जरिए लॉगिन की सुविधा है और यह मौजूदा रेलकनेक्ट और यूटीएस क्रेडेंशियल को भी सपोर्ट करता है. आइआरसीटीसी पर टिकटों का आरक्षण जारी रहेगा, और इस एप को आईआरसीटीसी द्वारा अधिकृत किया गया है.दिसंबर 2025 तक आधुनिक पीआरएस
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मौजूदा यात्री आरक्षण प्रणाली को अपग्रेड करने की दिशा में क्रिस टीम की प्रगति की सराहना की. यह आधुनिक पीआरएस दिसंबर 2025 तक शुरू होने की उम्मीद है. नया पीआरएस मौजूदा लोड से 10 गुना अधिक भार संभालने में सक्षम है. वहीं प्रति मिनट डेढ़ लाख टिकट बुकिंग और 40 लाख पूछताछ की सुविधा उपलब्ध है. सीट चयन, टिकट मूल्य कैलेंडर, और दिव्यांगजनों, छात्रों तथा मरीजों के लिए एकीकृत विकल्पों सहित उन्नत सुविधाएं भी है. यह तेज, बहुभाषी और व्यापक होगा.प्रौद्योगिकी जो भविष्य को परिभाषित करती है
रेलवन एप का लॉन्च भारतीय रेल की प्रौद्योगिकी को लोकतांत्रिक बनाने और हर यात्री को विश्व स्तरीय गतिशीलता प्रदान करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है. भारतीय रेलवे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण का अनुसरण करते हुए भारत की प्रगति का इंजन बनने के लिए लगातार प्रयासरत है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

