बेगूसराय. बिहार सरकार द्वारा एक अप्रैल से इ रिक्शा से बच्चों को स्कूल ले जाने व स्कूल से घर लाने पर पाबंदी लगाने के तुगलकी फरमान के खिलाफ इ रिक्शा चालक संघ के तत्वावधान में रिक्शा चालकों ने शहर में मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया.प्रदर्शन का नेतृत्व भाकपा माले नगर सचिव सह इ-रिक्शा चालक संघ के संरक्षक राजेश श्रीवास्तव कर रहे थे.मौके पर रिक्शा चालक व वक्त रोजी- रोजगार पर हमला बन्द करने, इ-रिक्शा को मोटर वाहन अधिनियम से मुक्त करने, पार्किंग स्टैंड,शौचालय व सुरक्षा की गारंटी गारंटी करने,रिक्शा चालकों को प्रताड़ित करना बंद करने, रिक्शा चालकों से अवैध वसूली बंद करने जैसे मांगों के लेकर नारे लगा रहे थे. मार्च को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि बिहार अपराध और भ्रष्टाचार के दलदल में आकंठ डूबा हुआ है.
इ-रिक्शा से स्कूली बच्चों को ढोने पर पाबंदी हटाने की मांग
रोजगार के अवसर सिमटते जा रहे हैं. ऐसी परिस्थिति में इ-रिक्शा चलाकर गरीब- गुरबा अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. इनके पास आमदनी का कोई दूसरा विकल्प नहीं है. वक्ताओं ने सरकार से मांग किया है कि स्कूली बच्चों की जरा सी भी चिंता है तो सरकारी बस की नि:शुल्क व्यवस्था हर जिले में किया जाये. नेताओं ने दो अप्रैल को जिला प्रशासन को घेरने का ऐलान करते हुए कहा कि जब तक सरकारी बस की सुविधाजनक व्यवस्था बच्चों के लिए सरकार नहीं कर देती है. तब तक इस आदेश पर रोक लगाया जाये. मार्च में भाकपा माले के जिला सचिव कॉमरेड दिवाकर कुमार, एक्टू के जिला प्रभारी कॉमरेड चंद्रदेव वर्मा, भाकपा माले नेता कॉमरेड बैजू सिंह, भाकपा माले नगर सचिव राजेश श्रीवास्तव, संजय ठाकुर, इ-रिक्शा संघ के जिला अध्यक्ष रंजित राज, टुनटुन दास, राजकुमार पासवान, रामबली साह, गोपी पासवान, ध्रुव दास, अर्जून दास, राहुल कुमार, श्रीराम चौधरी, अशोक साह, रंजित पासवान, धीरज पासवान सहित सैकड़ों रिक्शा चालक शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

