बछवाड़ा. प्रखंड कार्यालय परिसर में शुक्रवार को रानी एक पंचायत के आजाद नगर गांव व झमटिया गांव के करीब चार दर्जन भूमिहीन पर्चाधारियों ने पर्चा वापस करने की मांग को लेकर हंगामा किया एवं सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. करीब चार दर्जन की संख्या में भूमिहीन परिवारों से महिला और पुरुष मौजूद थे. भूमिहीन पर्चा वापस करने पहुंचे उर्मिला देवी, सुमंती देवी, रौशन पासवान, चिंता देवी, इंद्रासन देवी, प्रमिला देवी, पिंकी देवी, रंजीत शाह, शंकर शाह, सुनैना देवी, सुधा देवी, राजमणि देवी, जितेंद्र कुमार महतो, कंचन देवी, मंजू देवी, पंकज कुमार, आरती कुमारी, सोनी कुमारी, राम आधार महतो, धीरज कुमार, इंदु देवी सोनी देवी, मनीषा कुमारी समेत अन्य लोगों ने बताया कि हमलोगो वर्ष 1962 व 1971 के गंगा कटाव पीड़ित हैं. हमलोगो के पास अपना भूमि नहीं है जिस कारण रेलवे की जमीन में झुग्गी झोपड़ी बनाकर परिवार समेत गुजर बसर कर रहे हैं. हमलोग काफी दिनों से सरकार से पर्चा देने की मांग करते आ रहे है. सरकार के द्वारा भूमिहीनों को वासगीत पर्चा व आवास दिए जाने की घोषणा की गयी. सरकार के निर्देशानुसार स्थानीय पदाधिकारी के द्वारा हमलोगों को घर बनाने के लिए एक डिसमिल जमीन का पर्चा दिया गया. जबकि हमलोग काफी दिन से तीन डिसमिल जमीन की मांग कर रहे थे. एक डिसमिल जमीन देने के नाम पर कर्मी के द्वारा एक हजार रूपया भी लिया गया. जब हमलोग जमीन का खोज करने लगे तो पता चला कि जिस गंगा कटाव से पीड़ित होकर सरकार के जमीन में झुग्गी झोपड़ी बनाकर जीवन गुजर कर रहे हैं, पदाधिकारी के द्वारा रानी तीन पंचायत के जमीनदारी बांध के किनारे गढ्ढे में जमीन दिया गया है. जिस गढ्ढे को भरने में हमारा पूरा जीवन ही खत्म हो जाएगा फिर भी हमलोग उस गड्ढे को नहीं भर पाएंगे. साथ उस गड्ढे से कुछ ही दूरी पर गंगा का तट है जहां कभी भी कटाव हो सकता है. पर्चाधारियों ने कहा कि सरकार के द्वारा एक पर्चाधारी को कम से कम तीन डिसमिल जमीन देने का प्रावधान है लेकिन एक डिसमिल में आवास ही सही से नहीं बनेगा तो फिर शौचालय आदि निर्माण कैसे होगा. इसी सब समस्या को लेकर बछवाड़ा अंचलाधिकारी को हम सब अपना-अपना पर्चा वापस करने पहुंचे हैं. पर्चाधारियों ने अपना-अपना पर्चा लेकर लेकर अंचलाधिकारी कार्यालय पहुंचे जहां अंचलाधिकारी नहीं रहने के कारण कार्यालय में लोगों ने हंगामा किया. बाद में सभी पर्चाधारी बीडीओ कार्यालय पहुंचे. बीडीओ के द्वारा पर्चा नहीं लेने के दौरान पर्चाधारियों को बीडीओ ने आश्वासन दिया की शनिवार को अंचलाधिकारी अपने कार्य पर लौटने के बाद उन्हीं से बात की जायगी. पर्चाधारियों ने कहा अगर शनिवार को कोई निदान नहीं निकाला तो हमलोग कार्यालय में अपना-अपना पर्चा कार्यालय में फेंक कर चले जायंगे. जिसकी सारी जबाबदेही सीओ की होगी.
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