बछवाड़ा.
आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बछवाड़ा में कामकाज ठप कर तीन दिवसीय धरना-प्रदर्शन की शुरुआत की. पहले दिन दर्जनों आशा कार्यकर्ता सीएचसी परिसर में जुटीं और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन का नेतृत्व आशा कार्यकर्ता संघ की बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष सरिता राय कर रही थीं. सरिता राय ने आशा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमलोगों ने अपनी मांगों को लेकर कई बार लंबी लड़ाई लड़ी है लेकिन सरकार ने केवल आश्वासन देकर ठगने का काम किया है. हाल ही में हुए आंदोलन के बाद सरकार ने मानदेय एक हजार रुपये से बढ़ाकर तीन हजार रुपये कर दिया था, जो आशा कार्यकर्ताओं को मंजूर नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारी मुख्य मांगों में समान काम के लिए समान वेतन, सरकारी कर्मचारी का दर्जा और 26,000 रुपये मासिक मानदेय शामिल है. प्रदेश उपाध्यक्ष ने चेतावनी देते हुए कहा कि अभी यह तीन दिवसीय धरना सरकार के लिए चेतावनी है. अगर हमारी मांगें पूरी नहीं हुईं तो हम सभी आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने के लिए बाध्य होंगे. धरना स्थल पर आशा फेसिलिटेटर मीरा कुमारी, इंदिरा कुमारी, आशा कार्यकर्ता रानी राय, रूबी कुमारी, वंदना कुमारी, किरण देवी, कुमारी नीलम, सुधा कुमारी, बबीता कुमारी, मीरा देवी, अमिता कुमारी, रेखा कुमारी, रितु कुमारी, शशि कुमारी, गुलाबी कुमारी, रिंकू कुमारी समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थीं. आशा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार उनकी सेवा का भरपूर उपयोग कर रही है लेकिन अधिकार और सुविधाओं के मामले में लगातार उपेक्षा कर रही है. उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के जरिए वे अपने हक की लड़ाई को और मजबूत करेंगे और तब तक संघर्ष जारी रहेगा जब तक उनकी सभी मांगें मान नहीं ली जातीं.
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