बेगूसराय : आर्म्स एक्ट मामले में फरार चल रहीं बिहार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने बेगूसराय जिले के मंझौल न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण करने पहुंची मंजू वर्मा सलवार-कुर्ता पहनी हुई थी और चेहरे को शॉल से ढक रखा था. कोर्ट रूम में पहुंचने के साथ ही मंजू बेहोश हो गयी. लेकिन, चहरे पर पानी के छींटे मारने पर वो होश में आ गयी. जिसके बाद मंजू वर्मा को कोर्ट रूम में ही बैठाकर रखा गया. कोर्ट में डॉक्टर को भी बुलाया गया है जो उनका चेकअप किया. स्वास्थ्य जांच के बाद सब दुरुस्त पाया गया और मंजू वर्मा पुलिस बल के साथ बेगूसराय जेल भेजी गयी. मंजू वर्मा को एक दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. कोर्ट रूम से बाहर निकलते वक्त मंजू वर्मा के समर्थकों के साथ पुलिस की धक्का-मुक्की भी की.
मीडिया रिपोर्टस में चल रही खबरों के मुताबिक मंजू वर्मा कोर्ट से महज पांच किलोमीटर दूर नौलखा गांव में छिपी थीं और आज गांव से आकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया. सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि मंजू वर्मा मंझौल अनुमंडल के महेशवाडा पंचायत के नौलखा गांव में अपने पति चंद्रशेखर वर्मा की बुआ के घर में छिपी थीं. ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि सब कुछ सोच समझ कर किया गया था. नजदीक के गांव से मंझौल अनुमंडल कोर्ट में आना आसान था. यहां से जाने में पहचान छिपाने के लिए बहुत अधिक मशक्कत करने की जरूरत नहीं थी.
पूर्व मंत्री को रिमांड पर लेगी पुलिस : एडीजी
पुलिस मुख्यालय के एडीजी एसके सिंघल ने कहा कि मुजफ्फरपुर शेल्टर केस मामले में फरार बिहार सरकार के पूर्व मंत्री मंजू वर्मा ने बेगूसराय के मंझौल कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. एडीजी ने कहा कि पूर्व मंत्री मंजू वर्मा पुलिस दविश के कारण सरेंडर की है. पू्र्व मंत्री की गिरफ्तारी के लिए बिहार पुलिस ने सूबे के कई जिलों के साथ-साथ दिल्ली से लेकर हैदराबाद तक छापेमारी की गयी. लेकिन, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका. अब पुलिस उनसे पूछताछ के लिए रिमांड पर भी लेगी.