बौंसी. बिहार राज्य मिल्क कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड के द्वारा जहां सभी पंचायत में सुधा बिक्री केंद्र खोलकर पैकेट बंद दूध और दूध उत्पाद उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा है. वहीं नगर पंचायत के विभिन्न जगहों में बनाये गये सुधा दूध का बूथ इन दिनों शोभा की वस्तु बनी हुई है. पिछले छः माह से इसका बूथ बनकर तैयार है. लेकिन बिहार राज्य मिल्क कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड अधिकारियों और कर्मियों की लापरवाही की वजह से अब तक इसे सुचारु रूप से आरंभ नहीं कराया जा सका है. जबकि बिहार के सभी पंचायत में सुधा बिक्री केंद्र खोलने की बात 2023 से ही की जा रही है. सरकार के द्वारा पंचायत स्तर पर सुधा बिक्री केंद्र खोलने से पहले दूध के उत्पादन बढ़ाने की भी बात कही गयी थी. बूथों की संख्या बढ़ने से रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. लेकिन जगह-जगह बनाया गया यह बूथ अब तक सुचारू रूप से खुल भी नहीं पाया है. ऐसे में कर्मियों और अधिकारियों की लापरवाही की वजह से आम लोग परेशान हो रहे हैं.
नगर पंचायत में हैं चार सुधा केंद्र
मालूम हो कि नगर पंचायत क्षेत्र के प्रखंड कार्यालय परिसर में एक ओर मंदार तराई के रोपवे लोअर स्टेशन के समीप एक सुधा केंद्र बनकर तैयार है. इसके अलावा पुरानी अस्पताल परिसर और रेफरल अस्पताल परिसर में सुधा केंद्र का निर्माण किया जा रहा है. प्रखंड कार्यालय परिसर और मंदार तराई का सुधा केंद्र पिछले 6 माह से बनकर तैयार है, लेकिन अब तक इसे आम लोगों के लिए आरंभ नहीं किया गया है. अगर इसे सुचारु रूप से आरंभ कर दिया जाए तो राजस्व की प्राप्ति के साथ-साथ आम लोगों को दूध और दूध से बने उत्पाद आसानी से मिल पायेंगे. इस संबंध में सुधा के विपणन प्रभारी विजय कुमार ने बताया कि मामले की पड़ताल करायी जायेगी और जल्द केंद्र को खुलवाने का काम किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

