बांका. जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन बांका ने कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री अरूण शंकर प्रसाद को एक पत्र लिखकर मंदार महोत्सव बौंसी में कवि सम्मेलन कराने व मुख्यालय में एक हिंदी साहित्य भवन निर्माण कराने की मांग की है. इस बाबत जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डाॅ अचल भारती ने कहा है कि बांका की भूमि साहित्य की दृष्टि से काफी उर्वर रही है. इस पावन भूमि पर कई नामचीन साहित्यकार हुये हैं. यहां की साहित्यिक गतिविधियां प्रतिकूल परिस्थियों में भी जारी है, जिसमें पंजीकृत 49 वर्षीय संस्था जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन बांका की भूमिका महत्वपूर्ण रही है. पूर्व में जिला प्रशासन बांका की स्मारिका सुरभि का सफल संपादन इसी संस्था के द्वारा किया गया था. संस्था के सभी सहयोगी साहित्यकारों का अहम योगदान रहा. कहा कि मंदार महोत्सव में एक दशक पहले तक कवि सम्मेलनों की परंपरा थी. अब इसका आयोजन सरकारी तौर पर नहीं किया जाता है. सरकारी तौर पर यहां मातृभाषा हिंदी को उचित सम्मान नहीं मिल पाता है, जिससे यहां के साहित्यकारों में नाराजगी है. इसको लेकर जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन ने मंत्री से मंदार महोत्सव के एक सत्र में कवि सम्मेलन को भी शामिल करने की मांग की है. साथ ही जिला में साहित्य भवन निर्माण कराने की मांग की गयी है.
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