बांका : वेलेंटाइन वीक आरंभ हो गया है. बांका जैसे कसबाई शहरों में भी इसकी धूम है. बांका ही क्यों जिले के छोटे कसबों-बाजारों और गांव गिरांव में भी इश्क, प्रेम और मोहब्बत के इस अंगरेजी त्योहार को लेकर सुगबुगाहट है. लेकिन सब कुछ छिपे तौर पर. लगभग पूरी तरह देहाती संस्कृति वाले बांका जिले में हालांकि ऐसे आयोजनों को लोग खुल कर नहीं मना पाते. लेकिन उनकी संवेदनाएं और उत्साह छलकते देख कर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्या कुछ चल रहा है.
हालांकि बांका शहर में इस आयोजन को लेकर पिछले दो – तीन सालों में मामूली खुलापन जरूर आया है. वेलेंटाइन वीक के पहले दिन रविवार को रोज – डे पर शहर के फुल वालों से गुलाब की अपेक्षाकृत ज्यादा खरीद माहौल में इसी परिवर्तन को इंगित करती है. रविवार को और कुछ – कुछ शनिवार को भी रोज-डे के उपलक्ष्य में आदान – प्रदान के लिए गुलाब की जमकर खरीद बिक्री हुई. प्रेमी युगल वेलेंटाइन को लेकर उत्साहित है.
वे अपने – अपने तरिके से इस वीक को सेलिब्रेट करने की तैयारियों में है. कोई खुलेआम तो कोई छिपे तौर पर प्रेम का इजहार कर रहे हैं. जिले के कई मनोरम स्थलों पर भी प्रेमी जोड़ों का आगमन शुरू हो गया है जहां वे खुल कर प्रेम का इजहार कर सकते है. जिले के मंदार, ओढ़नी डेम, जिलेविया पहाड़, चांदन डेम, झझवा झरना आदि स्थानों पर वेलेंटाइन वीक के अवसर पर जिला और जिले से बाहर के बड़ी संख्या में प्रेमी जोड़े आते और अपने प्रेम का इजहार करते है.