मदनपुर (औरंगाबाद) : उत्तर कोयल नहर में चार दशक से निर्माण कार्य शुरू होने के बाद भी अब तक पानी नहीं मिल पाया है. किसान मजदूर मोरचा मगध के नेता डॉ शिवनंदन प्रसाद यादव, जिला पार्षद बालेश्वर प्रसाद यादव, बालमुकुंद पाठक, लड्डू खां, भोला प्रसाद वर्मा व श्याम सुंदर यादव के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने उत्तर कोयल नहर के चीफ इंजीनियर से औरंगाबाद कार्यालय में मुलाकात की तथा उनके द्वारा गत वर्ष मोरचा के सदस्यों से किये गये वादे को याद कराया.
उन्होंने कहा था कि हर हाल में 2013 के खरीफ फसल में नहर में पानी दिया जायेगा. सिंचाई विभाग के अनुमंडल पदाधिकारी सिद्धेश्वर प्रसाद के साथ मोरचा के सदस्यों ने उत्तर कोयल नहर के 281 आरडी उमगा से 304 आरडी आमस तक भ्रमण किया. मोरचा के सदस्यों ने बताया कि 281 आरडी से 304 आरडी तक नहर की सफाई नहीं की गयी है.
नतीजतन नहर में काफी मात्र में गाद जमा हो चुका है. इस स्थिति में चेई नवादा व कोटवारा नहर के ब्रांच में निर्माण कार्य भी अधूरा है. नतीजतन भुइंया बिगहा, बरियावां, जोगड़ी, कोलुहा, सलैया, बेला, महुलान, राजा बिगहा, बिजुलिया, कोटवारा, बभन बिगहा, पिरवा, नदियाइन, परसडीह, गजराज बिगहा सहित सैकड़ों गांव की भूमि वर्षा के अभाव में बंजर पड़ी है.
मोरचा के नेताओं ने नहर विभाग के पदाधिकारियों के वादा खिलाफी के विरोध में सितंबर 2013 से गांव–गांव जाकर जन–जागरण करने का एलान किया.