आरा. गड़हनी थाना क्षेत्र के पोसवां गांव में अमरूद के पेड़ को लेकर हुए विवाद में गोली लगने से घायल महिला ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. मृतका की पहचान पोसवां गांव निवासी कृष्णा साह की 28 वर्षीया पत्नी मुन्नी देवी के रूप में हुई है. शनिवार की सुबह आरा शहर के बाबू बाजार स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है और पीड़ित परिवार में कोहराम मचा है. जानकारी के अनुसार, चार अक्तूबर की सुबह मुन्नी देवी गोईठा लेने गांव के ही श्रीराम सिंह के घर गयी थी. उसी समय श्रीराम सिंह और उनके भाई राम सिंघासन सिंह के बीच अमरूद के पेड़ की कटाई को लेकर विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ा कि राम सिंघासन सिंह के पुत्र अमरेंद्र कुमार उर्फ गोलू ने फायरिंग कर दी. इसी दौरान एक गोली मुन्नी देवी को लग गयी, जो गर्दन के बीच में लगकर पीठ से आर-पार हो गयी. घायल मुन्नी को पहले सदर अस्पताल लाया गया, जहां से पटना रेफर किया गया था. लेकिन, परिजनों ने उसे पटना न ले जाकर आरा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां 14 दिनों तक इलाज के बाद शनिवार को उसकी मौत हो गयी. इधर, मृतका के पति ने राम सिंघासन सिंह के पुत्र अमरेंद्र कुमार उर्फ गोलू पर जान बूझ कर गोली मारने और हत्या का आरोप लगाया है. बताया जा रहा है कि मुन्नी देवी अपने परिवार की इकलौती कमाऊ सदस्य थी और उसे एक ही बेटा सोनू कुमार है. उस दिन की मारपीट में श्रीराम सिंह और उनके तीन परिजन पुत्र विशाल कुमार, बलवीर कुमार और पुत्री अनुराधा कुमारी भी घायल हुए थे. जख्मी विशाल कुमार ने राम सिंघासन सिंह, उसकी पत्नी आशा देवी, और दो बेटों अमरेंद्र कुमार उर्फ गोलू और गौरव कुमार के खिलाफ गड़हनी थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी थी. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना के कुछ घंटे बाद आरोपित आशा देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. मामले की जांच जारी है.
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