आरा.
तनिष्क शोरूम लूटकांड में देश के सोना लूट के सबसे बड़े मास्टर माइंड कहे जानेवाले सुबोध सिंह की संलिप्तता सामने आ रही है. रिमांड पर लिये गये वैशाली निवासी चंदन कुमार उर्फ प्रिंस से पूछताछ में पुलिस को इसके संकेत मिले हैं. चंदन उर्फ प्रिंस के अनुसार जेल में बंद सुबोध सिंह द्वारा उसे लूटकांड के लिए अपराधियों को जुटाने का जिम्मा दिया गया था. उसके लिए उसे सुबोध सिंह की ओर से तीस लाख का पैकेज दिया गया था. इधर, रिमांड पर लिए गए शेरू सिंह, चंदन उर्फ प्रिंस, सूरज मंडल और गौतम सहित आठों अपराधियों को बुधवार को जेल भेज दिया गया. उससे पहले देर शाम तक एसटीएफ की टीम शेरू और चंदन से पूछताछ कर रही थी. पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ में चंदन कुमार उर्फ प्रिंस ने बताया कि तनिष्क लूट कांड का मुख्य मास्टर माइंड अररिया निवासी चुनमुन झा था. हालांकि उसने सुबोध सिंह के कहने पर तनिष्क शोरूम लूट के लिए अपराधियों को हायर किया था. उसके लिए उसे सुबोध सिंह द्वारा तीस लाख का पैकेज दिया गया था. चंदन कुमार उर्फ प्रिंस के अनुसार वह जेल में रहने के दौरान सुबोध सिंह से संपर्क में आया था. बतादें कि दस मार्च को लूट के बाद मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार सारण निवासी कुणाल कुमार और विशाल कुमार द्वारा पूछताछ में वैशाली के मझौली गांव निवासी चंदन कुमार उर्फ प्रिंस के इशारे पर लूट की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की गयी थी. दोनों ने बताया था कि पश्चिम बंगाल के जेल में बंद चंदन कुमार उर्फ प्रिंस के कहने पर दोनों लूट करने आये थे.बाद में पुलिस की अनुसंधान में पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद चंदन कुमार उर्फ प्रिंस और शेरू का नाम आया था. एडीजी कुंदन कृष्णन के अनुसार दोनों ने जेल से भी लूट की साजिश रची थी. पुरुलिया जेल में दोनों के पास से कुछ डिवाइस मिले थे. उससे भी दोनों के लूट कांड में शामिल होने के सबूत मिले थे. उस आधार पर दोनों को केस में रिमांड किया गया था. प्रोडक्शन वारंट पर आरा कोर्ट लाये जाने के बाद दोनों को पिछले शनिवार को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया था. दोनों के बयान के क्रॉस वेरिफिकेशन एवं पूरा सच जानने के लिए सूरज मंडल सहित छह अन्य अपराधियों को भी रिमांड पर लिया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है