आरा.
भोजपुर जिला अस्पताल के मामले में पूरे बिहार में पायलट जिला बनेगा. राज्य स्वास्थ्य समिति ने पायलट जिला के रूप में चयन किया है. इस कारण मरीजों को काफी सुविधाएं मिलेंगी. उन्हें जिले से बाहर सामान्य परिस्थितियों में इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा. इसके लिए सभी योजनाएं बन चुकी हैं. इस पर कार्य भी शुरू हो गया है.तीन जोन में बांटा जायेगा इमरजेंसी वार्ड
सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड को मरीजों की सुविधा के लिए तीन जोन में बांटा जायेगा. रेड, येलो तथा ग्रीन जोन के रूप में इमरजेंसी वार्ड काम करेगा. सबसे पहले विशेष परिस्थितियों में आनेवाले मरीजों को रेड जोन में रखा जायेगा तथा उनका इलाज किया जायेगा. स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद उन्हें येलो जोन में भेज दिया जायेगा. सुधार की प्रक्रिया जारी रहने तथा स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद मरीज को ग्रीन जोन में भेज दिया जायेगा. इस तरह मरीजों की देखभाल भी सही ढंग से होगी तथा उनका सही तरह से वर्गीकरण हो पायेगा.
12 बेड का है इमरजेंसी जोन
सदर अस्पताल का इमरजेंसी जोन 12 बेड का है. इसमें छह बेड रेड जोन तथा छह बेड येलो जोन के होंगे. येलो जोन के बाद फिर ग्रीन जोन होगा.
राज्य स्वास्थ्य समिति ने भेज दिया है डेमो
पायलट जिला के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति ने डेमो भेज दिया है. इसे लेकर अस्पताल प्रबंधक शशि कुमार ने बताया कि पायलट जिला के लिए सदर अस्पताल का चयन हो चुका है. डेमो के बाद काम शुरू हो गया है. अनुमति के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति को पत्र भेजा जायेगा. अनुमति मिलते ही पूरी व्यवस्था योजना के अनुसार कर दी जायेगी.
इमरजेंसी को किया गया है पूरी तरह वातानुकूलित
इमरजेंसी को पूरी तरह वातानुकूलित कर दिया गया है. चार-चार टन के तीन वातानुकूलित लगाये गये हैं, ताकि मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो. उनके स्वास्थ्य सुधार में सुविधा हो सके.
गर्मी को देखते हुए लू को लेकर किया गया है उपाय
अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि गर्मी को देखते हुए सदर अस्पताल द्वारा लू के मरीजों की सुविधा के लिए तैयारी कर ली गयी है. इसमें छह बेड रहेंगे तथा पूरी तरह वातानुकूलित रहेगा. इतना ही नहीं लू लगने पर लू के मरीज को ठंडक की आवश्यकता होती है. इसके लिए एक डीफ्रीजर लगाया गया है तथा राज्य स्वास्थ्य समिति को 100 आइस पैक उपलब्ध कराने के लिए पत्र भेजा गया है. लू के मरीजों को शुरुआती इलाज के रूप में गर्मी से निजात दिलाने के लिए बर्फ की आवश्यकता होती है.
प्रत्येक तल्ले पर लगाया जाएगा ठंडे पानी का 8- 8 नलसदर अस्पताल के प्रत्येक तल्ले पर पर ठंडे पानी का 88 ना लगाया जाएगा ताकि मरीजों को गर्मी में किसी तरह की परेशानी नहीं हो. सभी तल पर मरीज आसानी से ठंडा पानी ले सकें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

