आरा.
विश्वविद्यालय के भोजपुरी-विभाग में परिचर्चा सह काव्यपाठ का आयोजन किया गया. नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय, डाल्टनगंज झारखंड के सेवानिवृत्त प्रोफेसर नथुनी पांडेय ””आजाद”” छात्रों को भोजपुरी सिनेमा में संवाद लेखन की कला विषय पर व्याख्यान दिया और छात्रों को संवाद लेखन के गुर सिखाए. तत्पश्चात उन्होंने भोजपुरी गीतों की प्रस्तुति की. ”” फरके नयन उचरे कागा अंगनइया,””कोयल कुहुके अमराई में बन-बन कुसुम फुलाइल””, सोना अइसन देह जरे रूपा अइसन रूप”” जैसे गीत सुनाकर मंत्रमुग्ध कर दिया. छात्रों ने भी अपनी कविताएं एवं गीत सुनाए. धीरेंद्र कुमार सिंह,आशा कुमारी,रोहित कुमार,प्रणव भार्गव,ढुनमुन सिंह आदि छात्रों ने अपनी-अपनी कविताएं सुनायी. अंत में विभागाध्यक्ष डाॅ दिवाकर पांडेय ने ””निमन नाहीं लागेला अइसन झमेला”” और आसरा के दियरा जरावल करीं जैसे गीतों को सुनाया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

