अररिया : डायरिया रोग के रोक थाम के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग खासा गंभीर नजर आ रहा है. इसी के मद्देनजर जिले के कमोबश छह लाख घरों में बरसात से पहले ओआरएस व जिंक टैबलेट बांटने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. ये काम 24 जून से शुरू होगा. ऐसी जानकारी सोमवार को […]
अररिया : डायरिया रोग के रोक थाम के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग खासा गंभीर नजर आ रहा है. इसी के मद्देनजर जिले के कमोबश छह लाख घरों में बरसात से पहले ओआरएस व जिंक टैबलेट बांटने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. ये काम 24 जून से शुरू होगा. ऐसी जानकारी सोमवार को डीएम बैद्यानाथ यादव की अध्यक्षता में हुई कार्यशाला के दौरान मिली.
डीआरडीए सभा भवन में आयोजित कार्यशाला के दौरान बताया गया कि डायरिया की रोक थाम व बचाव के लिए शुरू होने वाले अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से हर घर में ओआरएस को दो पैकेट व चार जिंक टैबलेट का वितरण किया जायेगा. साथ ही समुदाय को डायरिया की से बचाव के उपायों के पति जागरूक भी किया जायेगा.
लोगों को साफ सफाई बरतने, बासी भोजन के परहेज करने के साथ साथ साफ पानी पीने की सलाह दी जायेगी. ताकि डायरिया के रोग से बचा जा सके. वहीं जानकारी देते हुए जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम रेहान अशरफ ने बताया कि डायरिया की रोक थाम के लिए ही रोटा वायरस वैक्सिन लगाने का कार्यक्रम भी तीन जुलाई से चलेगा. दी गयी जानकारी के मुताबिक ये वैक्सिन नियमित टीकाकरण का ही एक हिस्सा होगा. बताया गया कि बच्चे के जन्म के डेढ़ माह बाद पहलील बार वेक्सिन का ड्राप पिलाया जाना है. फिर ढाई व साढ़े तीन माह की आयु में ड्राप दिया जाना है.
कहा गया कि एक साल तक के बच्चों को ये वैक्सिन दिया जा सकता है. कार्यशाला के मौके डीएम ने जहां अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्देश दिये. वहीं ये भी कहा कि अभियान की शुरूआत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मी खुद अपने घरों से करें. ताकि उन्हें ये अभियान अपना लग सके. कार्यशाला में एसीएमओ, सीडीपीओ, पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीएचएम, बीसीएम के अलावा डब्लूएचओ, युनिसेफ, पीरामल फाउंडेशन के केयर के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे.