अररिया : जिले के 1723 मतदान केंद्रों के साजो सामान बुथों तक पहुंचना शुरू हो गये हैं. मतदान कर्मी लोकतंत्र के महापर्व को संपन्न कराने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद हो गये हैं. उनका भी मन व मिजाज चुनाव मोड में आ चुका है. आवंटित वाहनों पर इवीएम रखकर वे बुथों के लिए प्रस्थान कर रहे हैं.
Advertisement
महापर्व को ले जिले के 18 लाख से अधिक मतदाता तैयार
अररिया : जिले के 1723 मतदान केंद्रों के साजो सामान बुथों तक पहुंचना शुरू हो गये हैं. मतदान कर्मी लोकतंत्र के महापर्व को संपन्न कराने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद हो गये हैं. उनका भी मन व मिजाज चुनाव मोड में आ चुका है. आवंटित वाहनों पर इवीएम रखकर वे बुथों के लिए प्रस्थान […]
चुनाव के इस महापर्व को संपन्न कराने के लिए पुलिस बल से लेकर आर्म्ड फोर्स की ड्यूटी भी लग चुकी है. वे भी आवंटित वाहनों से से संबंधित विधानसभा तक पहुंच चुके हैं. बिहार पुलिस व होमगार्ड के जवान भी आवंटित विधानसभा के लिए कूच कर चुके हैं. जिले की आवो हवा में पुरी तरह से मतदान का रंग घुल गया है.
अब मंगलवार की बेसब्री से इंतजार मतदाताओं द्वारा किया जा रहा है. इस बार मतदान के प्रतिशत को बढ़ाने की भी बड़ी जिम्मेवारी है. इसके लिए जागरूकता के अभियान भी चलाए गये. खास कर प्रभात खबर ने वोट करें देश गढ़े के माध्यम से युवा, बुद्धिजीवी, महिलाओं को जागरूक करने का भरसक प्रयास किया. मतदाता जागरूकता रैली भी निकाली गयी.
जिले के 09 प्रखंडों में युवाओं के मिजाज का भांपने का प्रयास देखना. अब देखना लाजिमी होगा कि वह कहां तक मतदान में बदल पाता है. लेकिन देश को सही दिशा देने व जिले में विकास की ब्यार बहे, इसके लिए जिले के युवा मतदाता भी तैयार हैं. 8 लाख 54 हजार 837 महिला मतदाता भी अपने अधिकार की लड़ाई के लिए मंगलवार को मत डालने जायेंगी. हालांकि 09 लाख 50 हजार पुरुष मतदाता भी इस बार खुलकर मतदान करने के पक्ष में हैं.
हालांकि मतदान के प्रतिशत में कुछ कमी अगर आयी तो वह इसलिए होगी कि गेंहू कटनी को लेकर व अन्य रोजगार की तलाश में जिले के मतदाता अन्य प्रांतों का रूख कर चुके हैं. इसलिए पलायन यहां का बड़ा मुद्दा बन कर रहा है. बहरहाल जिले व देश की बागडोर युवाओं के हाथ में हैं. वे कितना मुखर होकर मतदान करते हैं यह तो मंगलवार को जिले का मतदान प्रतिशत ही बतायेगा.
उप चुनाव में थे 2143 बूथ, इस बार हैं 1723
मार्च 2018 में संपन्न हुए लोकसभा उप चुनाव में जिले में 2143 मतदान केंद्र बनाये गये थे. इनमें इस बार बदलाव किया गया. छोटे-छोटे मतदान केंद्रों को मर्ज कर एक कर दिया गया. जिस कारण इस बार 1723 मतदान केंद्र ही बनाये गये. ऐसा करने से जिले को निर्वाचन कराने के लिए कर्मियों की कमी का दंश नहीं झेलना पड़ा.
यही नहीं पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति भी आसानी से की जा सकी है. वाहनों की जरूरत को भी पूरा किया जा सका है. इस बार मतदान के लिए बनाये गये एक भवन में अधिकतम 09 सुरक्षा कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. हालांकि 7599 चुनाव कर्मी लगाये गये हैं. जबकि 791 चुनाव कर्मियों को रिजर्व रखा गया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement