भागलपुर : दुनिया का सबसे बुजुर्ग व्यक्ति भागलपुर में रहते हैं. यह जानकार आपको आश्चर्य हो सकता है, लेकिन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड या लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड नहीं कह रहा, बल्कि भारत निर्वाचन आयोग इसे प्रमाणित करता है. उसके द्वारा निर्गत फोटो युक्त मतदाता पहचान पत्र के अनुसार भागलपुर के काजवलीचक निवासी राजेंद्र वर्मा पिता लाखी वर्मा की उम्र इन दिनों 433 वर्ष से अधिक हो रही है.
मतदाता पहचान पत्र बनाने में किस हद तक गंभीरता बरती जाती है, यह उसकी एक बानगी भर है. भारत निर्वाचन आयोग की ओर से निर्गत पहचान पत्र पर स्पष्ट इंगित रहता है कि इसका प्रयोग विभिन्न सरकारी योजनाओं के अंतर्गत पहचान पत्र के रूप में प्रयोग किया जा सकता है. बावजूद इसके इसे बनाने में किस कदर लापरवाही बरती जा रही है, राजेंद्र वर्मा का पहचान पत्र इसका एक उदाहरण मात्र है. काजवलीचक निवासी श्री वर्मा बताते हैं कि वर्ष 2002 में उनका पहचान पत्र बन कर आया था, जिस पर उनकी उम्र एक जनवरी 2002 को 433 वर्ष अंकित है.
इसे देख कर सभी लोग हैरत में पड़ गये. उन्होंने बताया कि उनकी वास्तविक जन्म तिथि 31 मई 1954 है. हालांकि पहचान पत्र पर जन्मतिथि अंकित नहीं होती है, केवल उम्र लिखा होता है.
इस वजह से यह मानवीय भूल हो सकती है और इसमें सुधार की प्रक्रिया भी अनवरत चलती रहती है, लेकिन हद तो तब हो गयी जब वह पिछले 12 वर्षो से इसमें सुधार के लिए कई बार फार्म-8 भर कर अनुमंडल निर्वाचन कार्यालय में दे चुके हैं, लेकिन अब तक इसमें सुधार नहीं हो पाया है. यह मतदाता पहचान पत्र बनाने में पदाधिकारियों व कर्मचारियों की उदासीनता को ही दर्शाता है.