पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में आधिकारिक मुख्यमंत्री आवास एक अणेमार्गकीसुरक्षा बढ़ाये जाने पर अनभिज्ञता जाहिर की और कहा कि मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता है.उन्होंने मीडिया से कहा किहां मैंने अखबार में यह खबर पढ़ी कि आम लीची और कटहल की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं. इस बारे में अगर कोई सर्कुलर आया है, तो उसकी जांच की जायेगी. जहां तक बात आम कटहल और लीची की है, तो मैं यह कहना चाहता हूं कि मैं अपने तनख्वाह से उन्हें (जीतन राम मांझी)फल खरीद कर भेजना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को बहुत कम समय में बहुत चीजों का मोह हो जाता है और वे उसे छोड़ना नहीं चाहते हैं.
नीतीश कुमार ने कहा किमुझे आवाम की चिंता है, आम की नहीं, जिन्हें आम की चिंता है, उन्हें रहे. नीतीश कुमार ने आज मीडिया से बात करते हुए केंद्र सरकार पर भी जमकर निशाना साधा,उन्होंने कहा कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करना चाहती है, तो केंद्र सरकार उसमें अडंगा लगा रही है. उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार ने उनसे डेपोटेशन पर अधिकारी मांगे हैं और हमने दिये हैं. ऐसा पहली बार तो नहीं हो रहा है कि कोई राज्य सरकार दूसरे राज्य सरकार से सहायता मांग रही है. ऐसा पहले भी होता आया है, हम दिल्ली सरकार को अधिकारी भेजेंगे, इसमें कुछ भी गलत नहीं है. जहां तक बात अधिकारियों के कमी की है, तो उस वक्त केंद्र सरकार को यह बात याद नहीं आयी थी, जब वे अपना पर्सनल सेक्रेटरी रखने के लिए बिहार से अधिकारी ले जा रहे थे.गौरतलब है कि एक अण्णे मार्ग मुख्यमंत्री निवास है, लेकिन पद छोड़ने के बाद भी जीतन राम मांझी ने मकान खाली नहीं किया है.
क्यों हुआ विवाद
प्राप्त जानकारी के अनुसार एक सकुर्लर के जरिये एक अण्णे मार्ग पर आम, कटहल और लीची की सुरक्षा के लिए कुछ पुलिसक र्मियों को तैनात किया गया है. जीतन राम मांझी की पार्टी की ओर से नीतीश कुमार पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि उन्हें फल और सब्जी का इस्तेमाल करने से रोकने के लिए यह सुरक्षा व्यवस्था की गयी है. जीतन राम मांझी ने इस मुद्दे पर कहा है कि क्या जब लालू यादव यहां रहते थे, तो इस तरह की सुरक्षा दी गयी थी. उन्होंने कहा कि यह घटिया मानसिकता का परिचायक है, एक दलित व्यक्ति को फल का लाभ लेने से रोकने के लिए इस तरह की सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करायी गयी है.
एकअणेमार्ग है मुख्यमंत्री आवास
एक अणे मार्ग आधिकारिक रूप से मुख्यमंत्री आवास है, जहां मुख्यमंत्री का कार्यालय है और बाहरी हिस्से में जनता दरबार भी लगता है.नीतीश कुमार कार्यालय का प्रयोग करते हैं और जनता दरबार भी वहां लगाते हैं. लेकिन चूंकि जीतन राम मांझी से आवास खाली नहीं किया है, इसलिए नीतीश कुमार वहां नहीं रह रहे हैं.गौरतलब है कि जब नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था, तो उन्होंने अविलंब एक अण्णे मार्ग को खाली कर दिया था.