पुंछ/नयी दिल्ली :पाकिस्तान ने एक बार फिर संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए मंगलवार तड़के दो बजे भारतीय सीमा में घुसपैठ कर गोलीबारी की. आतंकी संगठनों की मिलीभगत से पाक सैनिकों द्वारा पूंछ सेक्टर में गश्ती दल पर घात लगा कर किये गये इस हमले में पांच भारतीय सैनिक शहीद हो गये. इनमें चार जवान 21, बिहार रेजिमेंट के थे. पाक सैनिक भारतीय सीमा में करीब 500 मीटर तक दाखिल हो गये.
इतना ही नहीं, उन्होंने सांबा सेक्टर में भी हमला किया, जिसमें बीएसएफ का जवान घायल हो गया. पाक की इस कायराना कार्रवाइर्यों से पूरा देश उद्वेलित है. केंद्र सरकार ने पाक के उप उच्चयुक्त को बुला कर कड़ा रोष दर्ज कराया है. संसद में भी हमले की निंदा की गयी. राजनीतिक दलों के नेताओं की कड़ी टिप्पणियां भी आयी हैं. पर, सवाल उठ रहा है कि आखिर भारत कब तक चुप रह कर यह सब सहन करता रहेगा. पाक ने इस साल अब तक 57 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया है, जबकि 17 बार घुसपैठ की कोशिश की है.
जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में पाकिस्तानी सैनिकों ने मंगलवार तड़के करीब दो बजे भारतीय सीमा में घुस कर सेना के छह सदस्यीय गश्ती दल पर हमला कर दिया. करीब 20 पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा घात लगा कर किये गये इस हमले में पांच जवान शहीद हो गये. हमले में एक जवान घायल भी हुआ है, जिसे सेना के अस्पताल में भरती कराया गया है. शहीद जवानों में चार 21, बिहार रेजीमेंट के थे, जबकि एक मराठा लाइट इन्फैंटरी बटालियन का जवान था. भारत ने पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त मंसूर अहमद खान को तलब किया गया और घटना पर रोष जताते हुए उन्हें कड़ा राजनयिक संदेश दिया. वहीं, पाकिस्तान ने पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि उसने किसी भारतीय चौकी पर हमला नहीं किया है.
एंटनी के बयान पर विवाद
संसद में रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा कि पाक सेना की वरदी पहने लोगों ने 20 आतंकियों के साथ मिल कर हमला किया. उनके इस बयान का विपक्ष ने यह कहते हुए विरोध किया कि सरकार पाकिस्तान को अपना बचाव करने का मौका दे रही है. इससे पाकिस्तान को यह कहने का मौका मिल जायेगा कि हमलावर गैर सरकारी तत्व थे. वहीं, रक्षा प्रवक्ता (जम्मू) एसएन आचार्य ने कहा कि पाकिस्तानी सीमा कार्रवाई दल (बीएटी) ने घात लगा कर हमला किया. इससे पहले इस मुद्दे पर संसद में दोनों सदनों को जम कर हंगामा हुआ और सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गयी, जिसके बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्रवाई दोपहर तक के लिए स्थगित करनी पड़ी.
संसद के बाहर भी दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, कोलकाता व अन्य जगहों पर भी विरोध प्रदर्शन हुआ. भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने रक्षा मंत्री के निवास के सामने प्रदर्शन किया. मोरचा के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने एंटनी के निवास की तरफ बढ़ने की कोशिश की, तो पुलिस ने पानी की बौछार की और करीब 20 अन्य कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया. जम्मू के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान का झंडा जलाया और उसके खिलाफ नारेबाजी की.पुंछ और राजाैरी में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने ऐसा ही प्रदर्शन किया.
सैन्य अधिकारी के मुताबिक, छह जवानों का एक दल बाड़ और चौकी के बीच गश्त लगा रहा था. उसी दौरान पुंछ सेक्टर के नियंत्रण रेखा से लगी सरला चौकी के इलाके में गोलीबारी की गयी. गश्ती दल का संपर्क देर रात करीब 1:15 बजे कट गया. आशंका है कि उसी वक्त हमला हुआ था. मंगलवार की सुबह 5:30 बजे गश्ती दल वहां पहुंचा, तो पांच जवानों के शव मिले. शरीर पर गोलियों के निशान थे. एक जवान घायल था. सूत्रों के मुताबिक हमला पाकिस्तानी सेना की बॉर्डर एक्शन टीम ने किया. टीम में कमांडो व लश्कर -ए तैयबा व जैश ए मोहम्मद के आतंकी शामिल थे. बॉर्डर एक्शन टीम पाक सेना की 801 मुजाहिद रेजिमेंट का हिस्सा है. एक हमलावर की पहचान मोहम्मद अनवर के रूप में हुई है. वह आठ जनवरी को पुंछ सेक्टर में भारतीय जवान का सिर काट कर ले जाने की घटना में शामिल था. पिछले महीने जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद ने पाक अधिकृत कश्मीर का दौरा किया था. उसने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराने व हमले के लिए पाक सेना के साथ बैठ कर रणनीति बनायी थी.
सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह स्थिति की समीक्षा करने के लिए बुधवार को पुंछ जायेंगे. सैन्य अधिकारियों ने बताया कि सैन्य अभियानों के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल विनोद भाटिया पाकिस्तान में अपने समकक्ष मेजर जनरल अशफाक नदीम से बातचीत करेंगे और हमले का मुद्दा उठायेंगे.अधिकारियों ने बताया कि दो साल से अधिक का कार्यकाल पूरा होने के बाद 21, बिहार रेजिमेंट इलाके से हटने जा रही है और 14 वीं मराठा लाइट इन्फैंटरी बटालियन उसकी पोजीशन लेगी. यह हमला आठ जनवरी में हुए हमले से करीब 30 से 35 किलोमीटर के अंदर हुआ है. उस हमले में एक भारतीय सैनिक का सिर काट लिया गया था जबकि एक अन्य का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ था.
वार्ता पर पड़ेगा असर : भारतीय चौकी पर हमले का असर भारत-पाकिस्तान वार्ता की बहाली पर पड़ सकता है. बातचीत की बहाली इस महीने के आखिर में होने की संभावना है. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर मुलाकात कर सकते हैं.
मृतकों के परिजन को 10-10 लाख
पटना: मुख्यमंत्री ने बिहार के शहीद जवानों के परिवारों के प्रति शोक संवेदना प्रकट की है. उन्होंने इन जवानों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने व राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने की घोषणा की. यह जानकारी सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने दी.
