नयी दिल्ली : भारतीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमक ने गुरुवार को कहा कि वे पिछले कुछ मैचों में टीम के प्रदर्शन से निराश हैं और विश्व कप की दौड़ से टीम के बाहर होने का मुख्य कारण उन्होंने अहम खिलाड़ियों की चोट को बताया.
आईलीग के 13वें सत्र के लांच के लिए आयोजित कार्यक्रम के इतर स्टिमक ने इस तथ्य पर भी नाखुशी जताई कि क्लब घरेलू लीग में भारतीय खिलाड़ियों को स्ट्राइकर के रूप में नहीं खिलाते.
स्टिमक ने कहा, पिछले दो मैचों के बाद हम कुछ निराश होकर स्वदेश लौटे हैं लेकिन इससे इस पर हमारा भरोसा नहीं डिगा है कि हम क्या कर सकते हैं. विरोधी और मौसम को लेकर हमें बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. चोटों की समस्या सबसे बड़ा मुद्दा थी.
क्रोएशियाई कोच ने कहा, सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी संदेश झिंगन, रोवलिन बोर्गेस और अमरजीत सिंह की सेवाएं नहीं मिली और इसके बाद शुरुआती मैचों में प्रणय हलधर भी नहीं खेला. ओमान मैच के दौरान वह चोटिल भी हो गया, इन सभी का नतीजे पर असर पड़ा.
मंगलवार को मस्कट में ओमान के खिलाफ 0-1 की हार के साथ भारतीय टीम 2022 विश्व कप क्वालीफायर के तीसरे दौर में जगह बनाने की दौड़ से लगभग बाहर हो गई है. टीम के ग्रुप ई में पांच मैचों में सिर्फ तीन अंक है और टीम चौथे स्थान पर चल रही है.
भारतीय टीम अब तक एक भी मैच नहीं जीत पाए है. टीम ने दो मैच गंवाए हैं जबकि तीन ड्रॉ खेले. विश्व कप क्वालीफाइंग में भारतीय खिलाड़ियों के कम गोल दागने पर स्टिमक ने कहा, क्या आप किसी भी क्लब के खिलाड़ी का नाम ले सकते हैं जिसके पास भारतीय पासपोर्ट है और वह गोल दाग रहा है? आप यह उम्मीद क्यों कर रहे हो कि हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल करेंगे जबकि घरेलू लीग में भी हमारा कोई स्ट्राइकर गोल नहीं कर रहा.
उन्होंने कहा, मैं रोज खिलाड़ियों के साथ काम नहीं करता, मैं सिर्फ मैच से पांच दिन पहले उनके साथ काम करता हूं, लेकिन महत्वपूर्ण चीज यह है कि हम मौके बना रहे हैं. टीम को किसी विरोधी टीम का डर नहीं है. यह पहले की टीमों से अलग है, यह नई साहसी टीम है.