नयी दिल्ली : भारतीय गोल्फर राशिद खान ने रविवार को कहा कि अगर उन्हें दिल्ली गोल्फ क्लब में अभ्यास करने की अनुमति नहीं दी जाती तो वह अपना ओलंपिक का सपना त्यागकर खेल छोड़ने के लिये तैयार हैं.
दो बार के एशियाई चैम्पियन राशिद को सात पेशेवर और दो एमेच्योर गोल्फरों के साथ तुगलक रोड पुलिस स्टेशन ले जाया गया, उन्होंने शिकायत दर्ज की थी कि दिल्ली गोल्फ कोर्स का स्टाफ उन्हें फीस देने के बावजूद परिसर में अभ्यास करने की अनुमति नहीं दे रहा.
इस समय पीजीटीआई खिलाड़ी चैम्पियनशिप में पहली रैंकिंग पर काबिज राशिद और दिल्ली गोल्फ कोर्स के बीच तनाव लंबे समय से चल रहा है जब दिल्ली गोल्फ कोर्स (डीजीसी) ने उन्हें 18 होल के कोर्स में अभ्यास करने देने से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा कि डीजीसी उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ गया जिसमें उन्हें अभ्यास के लिये कोर्स का इस्तेमाल करने की अनुमति दी गयी है.
राशिद ने कहा, अगर यह मुद्दा नहीं सुलझा तो मैं खेल छोड़ दूंगा. वे इसका इस्तेमाल मनोरंजन के लिये करना चाहते हैं, लेकिन खेल के लिये नहीं। आईएएस अधिकारियों से लेकर अन्य नौकरशाहों तक वे हर किसी को गोल्फ कोर्स के इस्तेमाल की अनुमति देते हैं लेकिन हम जैसे गोल्फरों को नहीं.
उन्होंने कहा, मैं उच्चतम न्यायालय के आदेश की प्रति भी लिये था, जिसमें लिखा हुआ है कि हमें वहां अभ्यास करने की अनुमति है लेकिन फिर भी हमें ऐसा नहीं करने दिया गया इसलिये यह उच्चतम न्यायालय के आदेश का उल्लघंन है.
राशिद ने रविवार को ट्वीट किया, कोई भी जीत आसान नहीं होती और अभ्यास के बिना यह और मुश्किल होती है. मैं 15.00 बजे से 18.30 बजे तक पुलिस स्टेशन में था क्योंकि मैं दिल्ली गोल्फ कोर्स में फीस देकर अभ्यास करना चाहता हूं.
नहीं जानता कि किसे दोषी ठहराया जाये? मेरी आवाज दबायी जा रही है और अन्य जो एलीट हैं, वे इसका फायदा उठा रहे हैं. वर्ष 2012 में उन्होंने कहा था कि डीजीसी ने कैडी से गोल्फर बने खिलाड़ियों को कोर्स पर अभ्यास करने से रोक दिया है.