कोलंबो : भारतीय गेंदबाजी कोच भरत अरुण को विश्वास है कि टीम के तेज गेंदबाज वरुण आरोन और उमेश यादव श्रीलंका के खिलाफ 12 अगस्त से गाले में शुरू होने वाली तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में गति बनाये रखने के साथ सटीक गेंदबाजी करने की चुनौती को स्वीकार करेंगे.
तमिलनाडु का यह पूर्व तेज गेंदबाज लगता है कि भुवनेश्वर कुमार के फिर से फॉर्म में लौटने से खुश है.अरुण से जब पूछा गया कि भुवनेश्वर के साथ क्या गलत हो रहा था, उन्होंने कहा, इस तरह की कोई परेशानी नहीं थी’ वह बायें हाथ के बल्लेबाजों के लिए गेंद को अंदर की तरफ लाता था और उसे इसमें परेशानी हो रही थी’ सवाल गेंद छोडने के समय को लेकर था’ उसने कड़ी मेहनत की और इससे काफी अंतर पैदा हुआ’ वह फिर से गेंद को अंदर लाने लगा गया है. इससे वह मजबूत गेंदबाज बन गया है.
हमारे पास दो ऐसे गेंदबाज हैं जो 145 किमी की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं. इसलिए हमारे पास किसी भी परिस्थिति के लिए पर्याप्त वेरायटी है. उन्होंने टेस्ट मैच जीतने के लिये कप्तान विराट कोहली की पांच गेंदबाजों के साथ खेलने की नीति का भी पक्ष लिया.
श्रीलंका में भारत का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है लेकिन अरुण पिछले रिकार्ड को खास तवज्जो नहीं देते’ उन्होंने कहा, पहले क्या हुआ मैं उसे ज्यादा तवज्जो नहीं देता’ यहां की परिस्थितियां हमारे देश जैसी ही हैं और मेरा मानना है कि हमारी बल्लेबाजी और गेंदबाजी में इन परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने के लिए विविधता है. परिणाम हासिल करने के लिए जल्द से जल्द परिस्थितियों से तालमेल बिठाना चुनौती है.