पुणे : केएल राहुल और शिखर धवन से मिली शानदार शुरुआत और फिर आक्रामक गेंदबाजी के उत्कृष्ट प्रदर्शन के दम पर भारत ने तीसरे और अंतिम टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में शुक्रवार को यहां श्रीलंका को 78 रन से हराकर तीन मैचों की शृंखला 2-0 से जीती. राहुल (36 गेंदों पर 54 रन, 5×4, 6×1) और धवन (36 गेंदों पर 52 रन, 7×4, 6×1) ने पहले विकेट के लिये 97 रन जोड़े लेकिन मध्यक्रम लड़खड़ाने के बावजूद विराट कोहली (17 गेंदों पर 26), मनीष पांडे (18 गेंदों पर नाबाद 31) और शार्दुल ठाकुर (आठ गेंदों पर नाबाद 22) के उपयोगी योगदान से भारत छह विकेट पर 201 रन बनाने में सफल रहा.
इसके जवाब में श्रीलंका ने पावरप्ले में ही शीर्ष क्रम के चार विकेट गंवा दिये. धनंजय डिसिल्वा (36 गेंदों पर 57) और एंजेलो मैथ्यूज (20 गेंदों पर 31 रन) ने पांचवें विकेट के लिए 68 रन जोड़कर बीच में श्रीलंका की उम्मीद जगायी लेकिन यह साझेदारी टूटने के बाद उसकी टीम 15.5 ओवर में 123 रन पर ढेर हो गयी.
श्रीलंका ने आखिरी छह विकेट 29 रन के अंदर गंवाये. भारत की श्रीलंका के खिलाफ टी-20 में यह कुल 13वीं जीत है. भारत की तरफ से नवदीप सैनी सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने 28 रन देकर तीन विकेट लिए जबकि शार्दुल ने 19 रन देकर दो और वाशिंगटन सुंदर ने 37 रन देकर दो विकेट लिये. भारत ने इससे पहले इंदौर में दूसरा मैच सात विकेट से जीता था जबकि गुवाहाटी में पहला मैच बारिश के कारण रद्द कर दिया गया था.
जसप्रीत बुमराह (पांच रन देकर एक) की अगुवाई में गेंदबाजों ने भी भारत को शानदार शुरुआत दिलायी और जल्द ही श्रीलंका का स्कोर चार विकेट पर 26 रन कर दिया. बुमराह ने पहले ओवर में धनुष्का गुणतिलका (एक) को पवेलियन भेजा जबकि उनके साथ गेंदबाजी का आगाज करने वाले शार्दुल ने अविष्का फर्नांडो (नौ) को आउट किया. ओशादो फर्नांडो (दो) रन आउट हो गये जबकि बदलाव के रूप में आये सैनी ने कुसाल परेरा (सात) की गिल्लियां बिखेरी.
इसके बाद डिसिल्वा और मैथ्यूज ने जिम्मा संभाला. लगभग 16 महीने बाद अपना पहला टी-20 खेलने वाले मैथ्यूज ने वाशिंगटन सुंदर को निशाने पर रखा और उन पर तीन छक्के लगाये लेकिन इसी गेंदबाज की गेंद पर पांडे ने लांग ऑन पर दौड़कर लगाकर उनका शानदार कैच लिया जिससे श्रीलंका की उम्मीदें समाप्त हो गयी. डिसिल्वा ने 31 गेंदों पर अपना दूसरा टी-20 अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक पूरा किया लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे.
सैनी ने डिसिल्वा को थर्डमैन पर कैच कराकर उनकी पारी का अंत किया. उन्होंने आठ चौके और एक छक्का लगाया. इससे पहले भारतीय पारी उतार चढ़ाव वाली रही. अच्छी शुरुआत के बाद उसने 12 गेंद और 25 रन के अंदर चार विकेट गंवा दिये लेकिन पांडे ने कोहली के साथ 42 और शार्दुल के साथ 14 गेंदों पर 37 रन की अटूट साझेदारी की जिससे भारत 200 रन के पार पहुंचने में सफल रहा.
श्रीलंका की तरफ से चाइनामैन लक्षण संदाकन सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने 35 रन देकर तीन विकेट लिये. कप्तान लसिथ मलिंगा ने टास जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी सौंपी. लगभग 16 महीने बाद इस प्रारूप में वापसी करने वाले मैथ्यूज ने मलिंगा के साथ नयी गेंद संभाली. उनके इस ओवर में दासुन शनाका ने सीमा रेखा पर धवन का मुश्किल कैच छोड़ा तो राहुल ने आखिरी दो गेंदों पर दर्शनीय चौके लगाये.
राहुल बेहतरीन लय में थे. उन्होंने मैथ्यूज की जगह गेंद संभालने वाले ऑफ स्पिनर धनंजय डिसिल्वा पर लांग लेग पर भारतीय पारी का पहला छक्का लगाया. पिछले मैच में धवन बेहद धीमा खेले लेकिन आज उन्होंने राहुल के सुर में सुर मिलाया. मलिंगा पर आक्रामक तेवर अपनाने के बाद उन्होंने लाहिरू कुमारा का स्वागत दो चौकों से किया जिससे भारत पावरप्ले के छह ओवरों में 63 रन बनाने में सफल रहा.
धवन ने इसके बाद वाहिंदु हसरंगा पर भी छक्का जमाया और 34वें गेंदों पर अपने करियर का दसवां अर्धशतक पूरा किया लेकिन संदाकन की गेंद पर डीप मिडविकेट पर कैच दे बैठे. पिछले 73 मैचों से बाहर रहने वाले संजू सैमसन (छह) उनकी जगह लेने के लिये उतरे और उन्होंने पहली गेंद पर ही लांग ऑफ पर छक्का जड़ा लेकिन हसरंगा ने उन्हें अगले ओवर में पगबाधा आउट कर दिया.
राहुल ने भी 34 गेंदों पर अपना नौवां अर्धशतक पूरा किया लेकिन इसके बाद संदाकन की गुगली पर गच्चा खाकर वह स्टंप आउट हो गये. संदाकन ने नये बल्लेबाज श्रेयस अय्यर (चार) को भी पवेलियन भेजकर कोहली को क्रीज पर उतरने के लिये मजबूर किया. कोहली ने मैथ्यूज पर छक्का जमाया लेकिन विकेटों के बीच दौड़ में माहिर भारतीय कप्तान दूसरा रन लेने के प्रयास में रन आउट हो गये.
कुमारा के इस ओवर में वाशिंगटन सुंदर ने थर्ड मैन पर आसान कैच दिया. शार्दुल ने यहां पर अपने बल्लेबाजी कौशल का परिचय दिया तथा मलिंगा और कुमारा दोनों पर छक्के जड़े. पांडे ने अपनी नाबाद पारी में चार चौके लगाये.