ढाका : क्रिकेट कप्तान शाकिब अल हसन पर भ्रष्ट संपर्क की जानकारी नहीं देने के लिए लगे दो साल के प्रतिबंध के खिलाफ बुधवार को बांग्लादेश में सैकड़ों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मंगलवार को 32 साल के इस स्टार खिलाड़ी को प्रतिबंधित करने की घोषणा की. आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी संहिता के उल्लंघन के तीन आरोपों को स्वीकार करने वाले शाकिब पर लगे दो साल के प्रतिबंध में से एक साल का निलंबित प्रतिबंध है.
शाकिब ने प्रतिबंध के बाद सार्वजनिक अपील करके समर्थन मांगा था जिसके बाद उनके प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर ढेरों आईसीसी विरोधी पोस्ट डाले. पुलिस का कहना है कि शाकिब के गृहनगर मगुरा में लगभग 700 लोग सड़कों पर उतर आए और आईसीसी से उन पर लगा प्रतिबंध हटाने की मांग करने लगे.
बांग्लादेश टीम के भारत दौरे पर रवाना होने पर पूर्व संध्या पर शाकिब पर यह प्रतिबंध लगाया गया. पुलिस प्रमुख सैफुल इस्लाम ने कहा, प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए और राजमार्ग पर मार्च किया.
उन्होंने आईसीसी के फैसले के खिलाफ विरोध जताते हुए मानव शृंखला भी बनाई. प्रदर्शनकारियों ने तख्तियां भी ले रखी थी जिन पर लिखा था कि शाकिब ‘षड्यंत्र’ का शिकार हैं. पुलिस ने बताया कि राजधानी ढाका में भी छोटे पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए.