नयी दिल्ली : टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तानों में शामिल ‘कैप्टन कूल’ के नाम से मशहूर महेंद्र सिंह धौनी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे मैच में अर्धशतक बनाकर भी टीम को जीत नहीं दिला पाये. मेजबान टीम ने भारत को 32 रन से हराकर सीरीज में 1-0 कर बढ़त बना ली.
धौनी ने 96 गेंदों का सामना किया, जिसमें तीन चौके और मात्र एक छक्के की मदद से 51 रन बनाये. भारत की हार के बाद धौनी एक बार फिर आलोचना के शिकार हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर उनकी धीमी बल्लेबाजी की घोर आलोचना हो रही है. मशहूर खेल समीक्षक अयाज मेमन ने तो यहां तक कह डाला कि टीम के लिए धौनी को बोझ नहीं बनना चाहिए.
इसे भी पढ़ें…
टीम से बाहर रहने का असर गेंदबाजी पर पड़ता है: भुवनेश्वर कुमार
हालांकि उन्होंने धौनी की बल्लेबाजी की तारीफ भी की. उन्होंने कहा, जब 4 रन पर तीन विकेट गिर जाए, तब रोहित शर्मा और धौनी अगर शतकीय साझेदारी नहीं निभाते तो टीम इंडिया 100 रन के अंदर सिमट जाती.
इसे भी पढ़ें…
भारत के खिलाफ शृंखला जीतना बड़ी बात : एलेक्स कैरी
गौरतलब हो बल्लेबाजों के उम्दा प्रदर्शन के बाद झाय रिचर्डसन की तूफानी गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलिया ने पहले एकदिवसीय मैच में शनिवार को भारत को 34 रन से हराकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1000वीं जीत दर्ज की.
ऑस्ट्रेलिया के 289 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम रिचर्डसन (26 रन पर चार विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने रोहित शर्मा (133) के 22वें शतक के बावजूद नौ विकेट पर 254 रन ही बना सकी.
इसे भी पढ़ें…
कल भारत-आस्ट्रेलिया के बीच दूसरा वनडे, धौनी पर है नजर
पदार्पण कर रहे जेसन बेहरेनडोर्ड ने 39 जबकि मार्कस स्टोइनिस ने 66 रन देकर दो-दो विकेट चटकाये. रोहित ने 129 गेंद की अपनी पारी में 10 चौके और छह छक्के मारे. उन्होंने महेंद्र सिंह धौनी (51) के साथ चौथे विकेट के लिए उस समय 137 रन की साझेदारी की जब भारत चार रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद संकट में था.