19.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

शुरू हुआ वैशाख महीना, जानें इसके पीछे की आस्था और महत्व

Vaishakh Month 2025: हिंदू कैलेंडर में प्रत्येक महीने का विशेष महत्व होता है. विशेष रूप से वैशाख महीने को सबसे पवित्र और शुभ महीनों में से एक माना जाता है. इस महीने में भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है. यह मान्यता है कि इस पूरे महीने में पूजा-अर्चना करने से जीवन में सुख और समृद्धि बनी रहती है. इसके अतिरिक्त, इस महीने में स्नान और दान का भी विशेष महत्व है. कहा जाता है कि इस समय पवित्र नदियों में स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप समाप्त हो जाते हैं. आइए, जानते हैं कि वर्ष 2025 में वैशाख का महीना कब से प्रारंभ हो रहा है और इसका महत्व क्या है?

Vaishakh Month 2025: हिंदू कैलेंडर के दूसरे महीने वैशाख को अत्यंत शुभ माना जाता है, जिसमें कई महत्वपूर्ण कार्यों के लिए अनुकूल मुहूर्त उपलब्ध होते हैं. अक्षय तृतीया का त्योहार भी इसी महीने में मनाया जाता है, जिसे विशेष रूप से शुभ दिन माना जाता है. इस दिन किसी भी शुभ कार्य को बिना मुहूर्त देखे किया जा सकता है. वैशाख महीना चैत्र माह के बाद आता है. आइए जानते हैं कि वैशाख माह कब से कब तक रहेगा और इसका क्या महत्व है.

वैशाख मास कब से प्रारंभ होता है?

चैत्र पूर्णिमा के अगले दिन से वैशाख मास की शुरुआत होती है, जो वैशाख पूर्णिमा के दिन समाप्त होता है. वर्ष 2025 में वैशाख मास 13 अप्रैल 2025 से प्रारंभ होगा और इसकी समाप्ति 12 मई 2025 को होगी.

आज 14 अप्रैल 2025 का ये है पंचांग, जानें शुभ मुहूर्त और अशुभ समय 

इस माह का नाम वैशाख क्यों रखा गया है?

ज्योतिष के अनुसार, हिंदू महीनों के नाम नक्षत्रों पर आधारित होते हैं और महीनों का परिवर्तन चंद्र चक्र पर निर्भर करता है. चंद्रमा जिस नक्षत्र में होता है, उस महीने का नाम उसी नक्षत्र के आधार पर रखा जाता है. इस प्रकार, वैशाख पूर्णिमा के दिन चंद्रमा विशाखा नक्षत्र में होता है, इसलिए इस महीने को वैशाख कहा जाता है.

वैशाख माह 2025 का नामकरण किस प्रकार हुआ?

वैशाख माह का नाम विशाखा नक्षत्र से संबंधित है, इसलिए इसे वैशाख कहा जाता है. विशाखा नक्षत्र का स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं, जबकि इसके अधिदेवता इंद्र देव माने जाते हैं. इसी कारण इस माह में स्नान, दान, व्रत और पूजा-पाठ का विशेष महत्व है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, वैशाख मास में किए गए पुण्य कार्य, विशेषकर दान, का फल अक्षय होता है, अर्थात यह पुण्य कभी समाप्त नहीं होता. इसलिए, यह महीना आध्यात्मिक साधना और धार्मिक कार्यों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है.

Shaurya Punj
Shaurya Punj
रांची के सेंट जेवियर्स कॉलेज से मास कम्युनिकेशन में स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद मैंने डिजिटल मीडिया में 14 वर्षों से अधिक समय तक काम करने का अनुभव हासिल किया है. धर्म और ज्योतिष मेरे प्रमुख विषय रहे हैं, जिन पर लेखन मेरी विशेषता है. हस्तरेखा शास्त्र, राशियों के स्वभाव और गुणों से जुड़ी सामग्री तैयार करने में मेरी सक्रिय भागीदारी रही है. इसके अतिरिक्त, एंटरटेनमेंट, लाइफस्टाइल और शिक्षा जैसे विषयों पर भी मैंने गहराई से काम किया है. 📩 संपर्क : [email protected]

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel