Saraswati Maa Mantra: विद्या और बुद्धि की देवी मां सरस्वती के मंत्रों का जाप करने से विद्यार्थियों को पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने की शक्ति मिलती है. मुश्किल सब्जेक्ट भी आसानी से समझ में आने लगते हैं और भूलने की आदत कम हो जाती है. कहा जाता है कि यह मंत्र साधक के मन से राहु और शनि से जुड़ी बाधाओं को दूर करके सही निर्णय लेने की क्षमता देता है. मंत्र जप के समय सफेद रंग के कपड़े पहनना, 108 बार मंत्र दोहराना और देवी को सफेद फूल, दूध या खीर का भोग अर्पित करना बेहद शुभ माना जाता है. मां सरस्वती की कृपा से जीवन में ज्ञान, विवेक और सफलता की राह खुलती है.
मां सरस्वती के प्रमुख मंत्र
ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः
यह सबसे आसान और मूल मंत्र है. इसका जप करने से विद्या, ज्ञान और रचनात्मकता की प्राप्ति होती है.
ॐ श्री सरस्वत्यै नमः
यह मंत्र भी मां सरस्वती को समर्पित है. विद्यार्थी इसे ज्ञान, एकाग्रता और सफलता के लिए जप सकते हैं.
सरस्वति महाभागे विद्ये कमललोचने। विद्यारूपे विशालाक्षि विद्यां देहि नमोऽस्तुते॥
इस मंत्र के जप से मन की शांति मिलती है और पढ़ाई-लिखाई में प्रगति होती है. यह ज्ञान और बुद्धि को बढ़ाने वाला है.
ॐ ऐं वाग्देव्यै विद्महे कामराजाय धीमहि। तन्नो देवी प्रचोदयात्॥
इसे सरस्वती गायत्री मंत्र कहा जाता है. यह बुद्धि को तीव्र करता है और वाणी में प्रभाव लाता है.
ॐ ह्रीं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः
यह शक्तिशाली मंत्र शिक्षा, करियर और व्यापार में सफलता दिलाने वाला माना गया है.
सरस्वती मंत्र जाप के लाभ
मां सरस्वती को विद्या और कला की देवी माना गया है. उनके मंत्रों का नियमित जप करने से ज्ञान और क्रिएटिविटी आती है. यह विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है, क्योंकि इससे पढ़ाई में ध्यान और एकाग्रता मजबूत होती है. साथ ही, मंत्र उच्चारण मन को शांति प्रदान करता है और मानसिक तनाव को कम करके पढ़ाई-लिखाई को और सहज बना देता है.
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