Kartik Month 2025: कार्तिक मास का हिंदू धर्म में खास महत्व है. यह पावन महीना नारायण यानी भगवान विष्णु और माता तुलसी को समर्पित है. इस महीने दान-पुण्य और पूजा-पाठ करना बेहद शुभ माना जाता है. कहा जाता है, जो भी भक्त इस महीने कुछ विशेष नियमों का पालन करते हुए भगवान विष्णु की आराधना करता है, तो नारायण उसकी हर मनोकामना पूरी करते हैं. हालांकि, इस दौरान कुछ सावधानियों का पालन करना भी जरूरी है ताकि आपको पूजा का संपूर्ण फल मिल सके.
कार्तिक के महीने में क्या करना चाहिए?
- कार्तिक मास में साफ-सफाई और स्नान का खास महत्व है. इस समय सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए और घर, मंदिर तथा आसपास के इलाकों की सफाई रखनी चाहिए.
- इस महीने दान करना बेहद शुभ माना गया है.
- कार्तिक मास में शाम के समय तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाना चाहिए. साथ ही घर के आंगन, नदी घाट और भगवान के पास दिया जलाना चाहिए. ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वातावरण बनता है.
- कहा जाता है कि इस महीने ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करना चाहिए.
कार्तिक के महीने में क्या-क्या सावधानियां रखनी चाहिए?
- माना जाता है कि कार्तिक मास में उड़द, मूंग दाल, मसूर दाल, मटर, चना आदि का सेवन नहीं करना चाहिए.
- इस महीने मांस, मछली और अंडे का सेवन नहीं करना चाहिए.
- कार्तिक मास के दौरान मदिरा और धूम्रपान का सेवन करना अशुभ होता है.
- इस समय तामसिक चीजें जैसे प्याज और लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए.
- माना जाता है कि इस महीने शरीर पर तेल नहीं लगाना चाहिए, हालांकि आप नरक चतुर्दशी यानी कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी के दिन शरीर पर तेल लगा सकते हैं.
- इस महीने बैंगन और करेला नहीं खाना चाहिए.
- माना जाता है कि इस समय अपशब्दों का प्रयोग, झगड़ा और क्रोध करने से बचना चाहिए.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी केवल मान्यताओं और परंपरागत जानकारियों पर आधारित है. प्रभात खबर किसी भी तरह की मान्यता या जानकारी की पुष्टि नहीं करता है.
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