Jyeshtha Month Vrat List 2025: गर्मी के इस तपते मौसम में आस्था की ठंडी फुहार लेकर आता है ज्येष्ठ माह. हिंदू पंचांग का यह तीसरा महीना सिर्फ तापमान से नहीं, बल्कि धार्मिकता और पुण्य के अवसरों से भी भरपूर होता है. इस महीने में जल का दान, देवी-देवताओं की पूजा और खास व्रतों का पालन विशेष फलदायी माना जाता है.
ज्येष्ठ माह के व्रत और धार्मिक महत्व
ज्येष्ठ का महीना सिर्फ गर्मी ही नहीं लाता, बल्कि लोगों के जीवन में श्रद्धा और पुण्य के नए अवसर भी लाता है. इस महीने में निर्जला एकादशी का व्रत विशेष महत्व रखता है, जिसमें बिना जल ग्रहण किए उपवास रखा जाता है. इसी तरह वट सावित्री व्रत में सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं. शनि जयंती के दिन शनि देव की पूजा कर जीवन की बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना की जाती है. गंगा दशहरा पर मां गंगा को याद कर स्नान और जलदान से पुण्य कमाया जाता है. इस महीने में जल पिलाना और प्याऊ लगवाना बहुत पुण्यदायक माना गया है.
ज्येष्ठ माह के व्रत और त्यहार 2025
- 13 मई 2025: नारद जयंती, ज्येष्ठ माह प्रारंभ, पहला बड़ा मंगल
- 14 मई 2025: वृषभ संक्रांति
- 16 मई 2025: एकदन्त संकष्टी चतुर्थी
- 20 मई 2025: दूसरा बड़ा मंगल, मासिक कालाष्टमी और मासिक कृष्ण जन्माष्टमी
- 23 मई 2025: अपरा एकादशी
- 24 मई 2025: शनि प्रदोष व्रत
- 25 मई 2025: मासिक शिवरात्रि
- 26 मई 2025: वट सावित्री व्रत, दर्श अमावस्या
- 27 मई 2025: तीसरा बड़ा मंगल, शनि जयंती, ज्येष्ठ अमावस्या, रोहिणी व्रत
- 29 मई 2025: महाराणा प्रताप जयंती
- 30 मई 2025: विनायक चतुर्थी
- 1 जून 2025: स्कन्द षष्ठी
- 3 जून 2025: तीसरा बड़ा मंगल, धूमावती जयंती, मासिक दुर्गाष्टमी
- 4 जून 2025: महेश नवमी
- 5 जून 2025: गंगा दशहरा
- 6 जून 2025: निर्जला एकादशी, गायत्री जयंती
- 8 जून 2025: प्रदोष व्रत
- 10 जून 2025: चौथा बड़ा मंगल, वट पूर्णिमा व्रत, ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत
- 11 जून 2025: ज्येष्ठ पूर्णिमा स्नान और दान, कबीरदास जयंती
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