धनतेरस के दिन आरोग्य के देवता धनवंतरि और धन के देवता कुबरे की पूजा का विधान है. इस दिन इनकी पूजा से घर परिवार में शांति बनी रही थी और सभी स्वस्थ रहते हैं. कुबेर की पूजा होने के कारण इस दिन सोना-चांदी एवं बरतन आदि खरीदने की परंपरा है. धनतेरस के दिन सोने की वस्तु का खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है. लेकिन इसके साथ ही एक और चीज धनतेरस पर करना बहुत जरूरी है, जिसे अकसर हम भूल जाते हैं, दीपदान.
धनतेरस के दिन मृत्यु के देवता यमराज के नाम पर एक दीपक जलाना चाहिए. इससे ना सिर्फ यमराज प्रसन्न होते हैं, बल्कि उन्होंने यह आशीर्वाद दिया है कि अगर कोई धनतेरस के दिन उनके नाम पर दीपक जलायेगा, तो वे उसकी अकाल मृत्यु दे रक्षा करेंगे. यही कारण है कि धनतेरस के दिन दीपदान का विशेष महत्व है.
दीपक कैसे जलायें
घर में जितने सदस्य हों उनके नाम पर एक-एक दीया तैयार कर लें. दीये में सरसों का तेल डालें, यमराज के नाम पर घी से दीये जलाने का विधान नहीं है. यमराज के नाम पर दीया जलाने वाला व्यक्ति खुद उसे प्रज्ज्वलित करे और दीये को दक्षिण दिशा की ओर करके जलाये. कहते हैं धनतेरस पर दीपदान से अकाल मृत्यु से रक्षा होती है.
Posted By : Rajneesh Anand