Karwa Chauth Vrat: सुहागिन महिलाओं के लिए करवा चौथ का व्रत बेहद खास होता है. इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करके माता करवा की पूजा-अर्चना करती हैं. माना जाता है कि इस व्रत को करने से पति की आयु बढ़ती है और दांपत्य जीवन में मधुरता और खुशहाली बनी रहती है. वैसे तो यह व्रत हर सुहागिन महिला कर सकती है, लेकिन जब बात गर्भवती महिलाओं की आती है तो मन में सवाल उठते हैं कि क्या गर्भवती महिलाओं को यह व्रत करना चाहिए या नहीं. क्योंकि इस व्रत के दौरान महिलाओं को चंद्रमा के दर्शन तक भूखा रहना पड़ता है. ऐसे में लोगों के मन में डर रहता है कि यदि महिलाएँ इस अस्वस्थ अवस्था में व्रत करें तो क्या यह बच्चे के लिए यह सुरक्षित होगा या नहीं. आइए इन सवालों के जवाब जानते हैं इस आर्टिकल के माध्यम से .
क्या गर्भवती महिलाएं करवा चौथ का व्रत कर सकती हैं?
शास्त्रों में कहीं यह नहीं कहा गया है कि गर्भवती महिलाएं यह व्रत नहीं कर सकतीं. आचार्यों का कहना है कि यदि गर्भवती महिलाएँ इस व्रत को अपनी इच्छा से करना चाहती हैं तो वह कर सकती हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें कुछ नियमों का पालन करना होगा. साथ ही कुछ जरूरी सावधानियाँ भी बरतनी होंगी.
गर्भवती महिलाओं को कभी भी निर्जला व्रत नहीं रखना चाहिए, क्योंकि यह शिशु पर असर डाल सकता है. व्रत के दौरान उन्हें थोड़ी-थोड़ी देर में फलों, जूस, दूध, मेवे और पोषक बीजों सहित अन्य चीजों का सेवन करना चाहिए और पर्याप्त मात्रा में जल ग्रहण करना चाहिए.
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