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ज्योतिष जिज्ञासा : वृष राशि के लोगों का विवाह धनु राशि से सुखद नहीं होता

सद्गुरुश्री स्वामी आनंद जी ज्योतिषीय सवाल-जवाब पर आधारित यह नया कॉलम आपकी समस्याओं का समाधान बतायेगा. इसके लिए पाठकों के सवाल आमंत्रित हैं. Qमेरी जिससे शादी की बात चल रही है, उसकी राशि धनु और मेरी वृष है. हमारा दाम्पत्य जीवन कैसा रहेगा? रोली पासवान, हाजीपुर पूर्ण रूप से कुंडली मिलान के लिए वर-वधू दोनों […]

सद्गुरुश्री स्वामी आनंद जी
ज्योतिषीय सवाल-जवाब पर आधारित यह नया कॉलम आपकी समस्याओं का समाधान बतायेगा. इसके लिए पाठकों के सवाल आमंत्रित हैं.
Qमेरी जिससे शादी की बात चल रही है, उसकी राशि धनु और मेरी वृष है. हमारा दाम्पत्य जीवन कैसा रहेगा?
रोली पासवान, हाजीपुर
पूर्ण रूप से कुंडली मिलान के लिए वर-वधू दोनों की कुंडली की दरकार है, पर सिर्फ संदर्भ के लिए वृष राशि के लोगों का विवाह धनु राशि के लोगों से सुखद नहीं होता. दोनों राशियों के संयोग से निर्मित जीवन बेहद रूखा, और आनंद विहीन हो जाता है. दोनों राशियों में परस्पर मेल न होने से दांपत्य जीवन या तो बेहद तनावपूर्ण होता है या अंतत: बिखर ही जाता है. वृष राशि के स्वामी दैत्य गुरु शुक्र और धनु के मालिक देव गुरु वृहस्पति जीवन के दो भिन्न मूल्यों और पृथक दृष्टिकोणों का प्रतिनिधित्व करते हैं. दोनों में बृहद वैचारिक मतभेद हैं. धनु राशि वाले वृष वालों के जीवन को अस्त-व्यस्त कर देते हैं. वह ज़बरन वृष राशि के लोगों के विचारों और ख्यालों को बदल देना चाहते हैं, जिससे स्थिति विस्फोटक हो जाती है, क्योंकि वृष राशि के लोग अपने स्पष्ट और स्वतंत्र दृष्टिकोण के कारण इसे सहजता से स्वीकार नहीं कर पाते.
परिणाम स्वरूप वृष राशि के लोग का मन कष्ट से भर जाता है. वे डिप्रेशन के शिकार भी हो सकते हैं. कुछ दिन संग गुजारने के बाद एक-दूसरे को फूटी आंख नहीं सुहाते, पर बिना वर-वधू की कुंडली का अध्ययन किये कुछ कहना कठिन है.
Qविपरीत राजयोग से कष्ट में हूं. इसकी शांति कैसे होगी? जन्म तिथि-16.07.1988, जन्म समय-19.03, जन्म स्थान- मुंगेर.
निर्मल सिंह, मुंगेर
विपरीत राजयोग एक उत्तम योग है, न कि अशुभ. इस योग में जन्मे लोग समृद्ध, प्रतिष्ठित और उच्च पदों पर विराजने वाले होते हैं. जब षष्ठ,अष्टम और द्वादश भाव के मालिक इन्हीं भावों में विराजमान हों या इन घरों में अपनी राशि में स्थित होकर शुभ ग्रह व शुभ भावों के स्वामी से युत अथवा दृष्ट न हों, तो विपरीत राजयोग निर्मित होता है. आपकी राशि वृश्चिक और लग्न मीन है. आपकी कुंडली में विपरीत राजयोग घटित नहीं हो रहा है.
Qआर्थिक कष्टों को दूर करने के लिए आप किस उपासना या उपाय की अनुशंसा करते हैं?
गोविंद गोयल, रांची
मीठी वाणी और विनम्रता का वरण करके अपनी योग्यता का विस्तार करते हुए पूर्ण निष्ठा से अनवरत सटीक कर्म अर्थ कष्ट को दूर करने के वास्तविक उपाय है. मात्र संदर्भ के लिए बता दूं कि ज्योतिष में लग्नेश, धनेश, भाग्येश और कर्मेश की उपासना को धनार्जन और धन प्रबंधन के लिए श्रेष्ठ माना गया है. तंत्र शास्त्र में यक्ष और यक्षिणी की साधना, सूर्यास्त के दो घंटे पश्चात घर को धूप, अगरबत्ती या किसी भी पदार्थ से सुगंधित कर देना धनार्जन के लिए श्रेष्ठ कर्म कहा गया है. लाल किताब में बंदरों को केले खिलाना, चींटियों को शक्कर मिश्रित मेवे खिलाना, मिष्ठान का वितरण करना, जेब में चांदी का ठोस हाथी रखना धन की कमी को नष्ट करनेवाला उत्तम प्रयोग माना गया है.

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