वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर का भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को लेकर दिया गया विवादास्पद बयान बेहद निंदनीय है. प्रधानमंत्री बनने, न बनने तक की बात तक तो ठीक थी, लेकिन अय्यर सीमाओं को लांघ गये.
उनके बयान में राजनीतिक टिप्पणी के बजाय विधानसभा चुनाव में करारी हार ङोल चुकी पार्टी के सिपाही की खीज अधिक नजर आती है. अय्यर ने इससे पहले एक राष्ट्रीय चैनल के कार्यक्र म में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी बेहद आपत्तिजनक बयान दिया था.
केजरीवाल पर अय्यर का विवादास्पद बयान इतना नाकाबिले बर्दाश्त था कि कार्यक्र म में शामिल हुए दर्शक ही विरोध करने लगे. यह समझ से परे है कि अय्यर जैसे संवेदनशील और वरिष्ठ नेता कैसे इस तरह की बदजुबानी कर सकते हैं? नेताओं को इससे बचना चाहिए.
अंकित मुत्त्रीजा, खानपुर, दिल्ली