सर्वोच्य न्यायालय की अवमानना मामले में घिरे राहुल गांधी ने लिखित माफी मांग ली है, लेकिन ताजा घटनाक्रम में उन्होंने अपने बयानों में कोर्ट का हवाला देने के बजाय ‘चौकीदार चोर है’ का अलाप बिना सबूत के और भी तेज स्वर में शुरू कर दिया है.
नरेंद्र मोदी सरकार पर अब तक भ्रष्टाचार का एक भी आरोप साबित नहीं होने से कांग्रेस बुरी तरह तिलमिलाई हुई है. इन बिना सबूत के आरोपों के पीछे उनके पिता राजीव गांधी पर लगे बोफोर्स तोप खरीद मामले में कमीशनखोरी के आरोप भी हैं, जिसके कारण कांग्रेस को लोकसभा में रिकार्ड व प्रचंड बहुमत होते हुए भी दूसरा कार्यकाल नसीब नहीं हो सका.
यद्यपि, बोफोर्स के आरोप राजीव गांधी पर साबित नहीं हो पाये हैं. लेकिन, नहीं भूलना चाहिए कि वर्तमान समय में झूठे व बेबुनियाद आरोप लगाकर न तो सत्ता हथियायी जा सकती है और न ही मतदाताओं का दिल जीता जा सकता है.
सतप्रकाश सनोठिया, रोहिणी