गोल्ड कोस्ट : जब सारा रोमांच आखिरी सात सेकेंड पर टिक गया था तब भारतीय हॉकी टीम अंतिम क्षणों में गोल खाने की अपनी पुरानी समस्या से निजात पाने में नाकाम रही और उसे कॉमनवेल्थ गेम्स के अपने शुरूआती मैच में शनिवार को यहां चिरप्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से 2-2 से ड्रा खेलना पड़ा.
भारत की तरफ से दिलप्रीत सिंह(13 वें मिनट) और हरमनप्रीत सिंह(19 वें मिनट) ने जबकि पाकिस्तान के लिये मोहम्मद इरफान जूनियर(38 वें मिनट) और मुबाशर अली(59 वें मिनट) ने गोल किये. इसे प्रारंभिक चरण का सबसे रोमांचक मुकाबला माना जा रहा था और इसलिए काफी संख्या में दर्शक पहुंचे थे. दोनों देशों के काफी दर्शक स्टेडियम में मौजूद थे लेकिन आस्ट्रेलियाई दर्शकों ने इसमें जोश भरा जो भारत- पाकिस्तान मैच के रोमांच को देखने के लिये यहां पहुंचे थे. इसके अलावा ढोल की थाप ने भी दर्शकों का उत्साह बनाये रखा.
मैदान पर भारतने दबदबा बनाया हालांकि कुछ अवसरों पर उसका प्रदर्शन लचर रहा. फारवर्ड दिलप्रीत सिंह ने पहले क्वार्टर में गोल करके पिछली बार के उप विजेता भारत को शुरूआती बढ़त दिलायी. दूसरे क्वार्टर में हरमनप्रीत सिंह ने दूसरे पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलकर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया. पाकिस्तान ने भी दो पेनल्टी कार्नर हासिल किये लेकिन अनुभवी पी श्रीजेश बेहतरीन बचाव करके भारत को संकट में नहीं पड़ने दिया.
भारत ने तीसरे क्वार्टर के शुरू में पेनल्टी कार्नर हासिल किया लेकिन पाकिस्तानी गोलकीपर इमरान बट ने रूपिंदर पाल सिंह के प्रयास को आसानी से डिफलेक्ट कर दिया। पाकिस्तानी टीम प्रतिस्पर्धी नजर नहीं आ रही थी लेकिन मोहम्मद इरफान जूनियर ने तीसरे क्वार्टर में मैदानी गोल करके उनमें जोश भरा. पहले यह गोल मोहम्मद अर्सलान कादिर के नाम पर दर्ज हुआ था लेकिन रीप्ले से पता चला कि आखिर में गेंद इरफान जूनियर की स्टिक को चूमकर गोल के अंदर गयी थी.
पाकिस्तान ने अंतिम 15 मिनट में तीखे तेवर अपनाये और लगातार तीन पेनल्टी कार्नर हासिल किये लेकिन श्रीजेश की ठोस दीवार से पार पाना उनके लिये आसान नहीं रहा. यही नहीं पाकिस्तानी शाट में भी दम नहीं था. मनदीप सिंह के पास आखिरी क्षणों में भारत को बढ़त दिलाने का मौका था लेकिन उनका शाट बचा लिया गया. जब केवल सात सेकेंड का समय बचा था तब पाकिस्तान को पेनल्टी कार्नर मिला जिससे भारतीय खेमा चिंतित हो गया और आखिर में उनकी चिंता जायज साबित हुई. भारतीय टीम ने गोल गंवा दिया और जिस मैच में उसे पूरे अंक हासिल करने चाहिए थे उसमें उसे अंक बांटने पड़े.

