Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने उस बयान पर सफाई दी है. उन्होंने कहा, “मीडिया ने मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया. आप मुझसे सवाल पूछते हैं, मैं उसका जवाब देती हूं और फिर आप उसे तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं. इस तरह की राजनीति मत कीजिए.”
ममता बनर्जी ने क्या दिया था बयान?
दुर्गापुर में एमबीबीएस छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था, “लड़कियों को रात में बाहर (कॉलेज) जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. उन्हें अपनी सुरक्षा भी करनी होगी. यह एक वन क्षेत्र है. पुलिस सभी लोगों की तलाशी ले रही है. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. जो भी दोषी होगा उसे सख्त सजा दी जाएगी. तीन लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. हम कड़ी कार्रवाई करेंगे. जब ऐसा दूसरे राज्यों में होता है, तो यह भी निंदनीय है. ऐसी घटनाएं मणिपुर, यूपी, बिहार, ओडिशा में हुई हैं; हमें भी लगता है कि सरकार को वहां कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. हमारे राज्य में, हमने 1-2 महीने के भीतर लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया, और निचली अदालत ने आरोपियों को फांसी देने का आदेश दिया.”
ममता बनर्जी ने पूछा- पीड़िता रात 12.30 बजे कैसे बाहर आई?
सामूहिक दुष्कर्म मामले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, “यह एक निजी कॉलेज है. तीन हफ्ते पहले ओडिशा में समुद्र तट पर तीन लड़कियों के साथ बलात्कार किया गया था. ओडिशा सरकार द्वारा क्या कार्रवाई की जा रही है? लड़की एक निजी मेडिकल कॉलेज में पढ़ रही थी. वह रात 12.30 बजे कैसे बाहर आई? जहां तक मुझे पता है, घटना वन क्षेत्र में हुई थी. मुझे नहीं पता कि क्या हुआ. जांच जारी है. मैं इस घटना को देखकर स्तब्ध हूं, लेकिन निजी मेडिकल कॉलेजों को भी अपने छात्रों और विशेष रूप से लड़कियों का ध्यान रखना चाहिए.”

