Delhi Student Molestation Case: स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ डॉ पार्थसारथी पर 17 छात्राओं ने अभद्र भाषा, अश्लील व्हाट्सएप/एसएमएस संदेश और गलत तरीके से छूने का आरोप लगाया है. इस मामले में 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए गए हैं. चैतन्यानंद के खिलाफ वसंत कुंज थाने में बीएनएस की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल आरोपी फरार है और पुलिस जांच में जुट गई है.
8 अगस्त को चैतन्यानंद सरस्वती के खिलाफ की गई थी शिकायत
दिल्ली पुलिस ने बताया, “4 अगस्त को पीएस वीके नॉर्थ में श्री श्रृंगेरी मठ और उसकी संपत्तियों के प्रशासक स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी के खिलाफ श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट में ईडब्ल्यूएस छात्रवृत्ति के तहत पीजीडीएम (पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट) कर रही छात्राओं के यौन उत्पीड़न के संबंध में एक शिकायत प्राप्त हुई थी. पूछताछ के दौरान, 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए गए, जिनमें से 17 ने आरोपी द्वारा अपमानजनक भाषा, अश्लील व्हाट्सएप/एसएमएस संदेश और अवांछित शारीरिक संपर्क का आरोप लगाया.
संस्थान की महिलाओं ने भी आरोपी का दिया था साथ : पुलिस
पीड़ितों ने आगे आरोप लगाया कि संकाय/प्रशासक के रूप में कार्यरत महिलाओं ने उन्हें आरोपी की मांगों का पालन करने के लिए उकसाया और दबाव डाला. जिसके बाद पीएस वसंत कुंज उत्तर में धारा 75(2)/79/351(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई. सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया गया और घटना स्थल के साथ-साथ कथित व्यक्ति के पते पर कई छापे मारे गए. श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट (SRISIIM) संस्थान से एकत्रित NVR/हार्ड डिस्क FSL को भेज दी गई हैं. पटियाला हाउस कोर्ट के वरिष्ठतम JMFC के समक्ष 16 पीड़ितों के बयान धारा 183 BNSS के तहत दर्ज किए गए हैं.
यूएन नंबर की गाड़ी पर चलता था आरोपी, कार जब्त
दिल्ली पुलिस ने बताया, “जांच के दौरान, श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट के बेसमेंट में एक कार खड़ी मिली. सत्यापन पर, यह पाया गया कि जाली राजनयिक नंबर प्लेट 39 UN 1 वाली कार का इस्तेमाल कथित स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ डॉ स्वामी पारसार्थी द्वारा किया जा रहा है. इस आरोप में दिनांक 25.08.25 को धारा 345(3)/318(4)/336(3)/340(2) BNS के तहत थाना वसंत कुंज उत्तर में मामला दर्ज किया गया और कार को जब्त कर लिया गया. मुख्य आरोपी बार-बार प्रयासों के बावजूद जांच से बच रहा है और फरार है.”
स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती को संस्थान से निकाला गया
श्री श्री जगद्गुरु शंकराचार्य महासंस्थानम दक्षिणाम्नाय श्री शारदा पीठम, श्रृंगेरी ने कहा- “स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती, जिन्हें पहले स्वामी डॉ पार्थसारथी के नाम से जाना जाता था, उन गतिविधियों में लगे हुए हैं जो अवैध, अनुचित और श्री श्री जगद्गुरु शंकराचार्य महासंस्थानम दक्षिणाम्नाय श्री शारदा पीठम के हितों के लिए हानिकारक हैं. श्रृंगेरी (पीठम) परिणामस्वरूप, पीठम ने उससे सभी संबंध तोड़ दिए हैं1 पीठम ने स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती द्वारा किए गए अवैध कृत्यों के संबंध में संबंधित अधिकारियों के पास शिकायतें भी दर्ज कराई हैं.”

