Ayushman Bharat: भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र में एक मील का पत्थर स्थापित करते हुए आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) ने सात वर्ष पूरे कर लिए हैं. इस योजना ने देश के गरीब, कमजोर और वरिष्ठ नागरिकों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य देखभाल मुफ्त में प्रदान करने का लक्ष्य सफलतापूर्वक पूरा किया है.
सात साल में हासिल की गई उपलब्धियां
- योजना की शुरुआत से अब तक लाखों लोग लाभान्वित हो चुके हैं.
- इसके तहत विशेष रूप से 70 वर्ष और उससे अधिक आयु वाले वरिष्ठ नागरिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले रहे हैं.
- योजना ने गंभीर बीमारियों के इलाज में आर्थिक बोझ को कम किया और गरीब परिवारों के लिए आखिरी आशा का स्रोत बनी.
- सरकारी और निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बेहतर हुई है, जिससे गरीब और मध्यम वर्ग के मरीजों को समान अवसर मिला.
केंद्र और राज्य सरकारों की पहल
- इस योजना को सफल बनाने में केंद्र और राज्य सरकारों का संयुक्त प्रयास शामिल है.
- उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में योजना की पहुंच को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों तक सुनिश्चित करने के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं.
- स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों, अस्पतालों और डॉक्टरों की संख्या बढ़ाकर योजना के दायरे को और मजबूत किया गया.
चुनौतियां और आगे की दिशा
- कई इलाकों में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर और विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी अभी भी चुनौती है.
- दुर्लभ और महंगी बीमारियों के इलाज के विकल्प बढ़ाने की आवश्यकता है.
- योजना की निगरानी, पारदर्शिता और लाभार्थियों के अनुभव को लगातार बेहतर बनाने की दिशा में काम जारी है.
सात वर्ष पूरे होने पर PM-JAY भारतीय स्वास्थ्य क्षेत्र में एक स्थायी मॉडल बन चुका है. यह योजना अब और अधिक मजबूत होकर, हर नागरिक को रोगों से लड़ने में सहयोग देने का केंद्र बन सकती है.

