नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान में मौत की सजा का सामना कर रहे भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के मामले में अंतराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले पर संतोष व्यक्त किया है जिसने जाधव की फांसी पर रोक लगा दी है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को फोन किया और उन्हें तथा इस मामले में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील हरीश साल्वे के प्रयासों की सराहना की.
प्रधानमंत्री की यह प्रतिक्रिया उस समय आयी है जब अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने पाकिस्तानी सैन्य अदालत से जासूसी और विध्वंसक गतिविधियों के आरोप में मौत की सजा पाये भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की मौत की सजा पर आज रोक लगा दी.
मौत की सजा के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च न्यायिक संस्था में भारत के पक्ष को मजबूती देते हुये अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने पाकिस्तान को निर्देश दिया कि वह यह सुनिश्चित करने के लिये ‘सभी आवश्यक कदम उठाये’ कि उसके (अंतरराष्ट्रीय न्यायालय) द्वारा अंतिम फैसला सुनाये जाने तक जाधव को फांसी न दी जाये.
न्यायालय के अध्यक्ष रोनी अब्राहम ने फैसला पढते हुये कहा कि 11 न्यायाधीशों की पीठ ने एकमत से यह फैसला लिया है. न्यायालय ने कहा कि वियना संधि के मुताबिक भारत को उसके नागरिक से दूतावास संपर्क की इजाजत दी जानी चाहिये. भारत और पाकिस्तान दोनों ही 1977 में विएना संधि पर हस्ताक्षर कर चुके हैं.
जाधव पर आईसीजे का फैसला बड़ी राहत वाला : अमित शाह
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत द्वारा सुनाई गयी मौत की सजा पर रोक लगाने के अंतरराष्ट्रीय अदालत (आईसीजे) के फैसले से भारत को राहत मिली है. फैसले का स्वागत करते हुए शाह ने कहा कि यह पूर्व नौसेना अधिकारी जाधव के परिवार के लिए भी बड़ी राहत वाला निर्णय है.
उन्होंने इस मामले में मोदी सरकार के त्वरित और प्रभावी प्रयासों की सराहना की. उन्होंने एक बयान में हेग अदालत में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे की भी प्रशंसा की. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी अंतरराष्ट्रीय अदालत के फैसले का स्वागत किया.
उन्होंने चंडीगढ में एक बयान में कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और इस उपलब्धि के लिए अथक काम करने वाले कानूनी दल को बधाई देता हूं.’ खट्टर ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि केंद्र सरकार अंतत: कुलभूषण जाधव की रिहाई कराने में सफल होगी.’
कांग्रेस ने जाधव पर आईसीजे के फैसले का स्वागत किया
जाधव के मृत्युदंड पर रोक लगाने के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि भारत सरकार और संयुक्त राष्ट्र को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस आदेश का पूरा सम्मान किया जाए और इसे लागू करने में पाकिस्तान कोई व्यवधान न डाले.
कांग्रेस के प्रवक्ता आनन्द शर्मा ने आईसीजे के फैसले का स्वागत करते हुए संवाददाताओं से आज कहा, ‘पाकिस्तान किसी भी तरह से कोई व्यवधान उत्पन्न न करे तथा सरकार को देखना होगा कि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने जो एक दृष्टिकोण दिया है, उसका सम्मान किया जाए. संयुक्त राष्ट्र को भी यह देखना होगा कि पाकिस्तान किसी तरह का व्यवधान न डाले.’
पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने भी जाधव के मृत्युदंड पर रोक लगाने के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) के निर्णय का स्वागत किया और सरकार से न्याय दिलाने तथा उनकी भारत वापसी सुनिश्चित करने की अपील की है.
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने एक बयान में कहा, ‘कुलभूषण जाधव के खिलाफ पाकिस्तान का मुकदमा एक छलावा था. वह अंतराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन था क्योंकि उनको एक कंगारु अदालत ने दूतावास से संपर्क के बिना मृत्युदंड का आदेश दिया. यह सराहनीय है कि विश्व अदालत को भारत की अपील में दम नजर आया.’
कांग्रेस के एक अन्य नेता एवं वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने एक बयान में कहा, ‘मैं आईसीजे के फैसले का स्वागत करता हूं. पाकिस्तान एक कुटिल देश है. अब उसे अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का फैसला मानना चाहिए.’ सिब्बल ने कहा, ‘यदि कुलभूषण जाधव का परिवार चाहे तो मैं व्यक्तिगत तौर पर उनकी मदद करने के लिए तैयार हूं.’
कुलभूषण जाधव के मित्रों ने अनुकूल फैसले के लिए दुआ की
कुलभूषण जाधव के लिए कानूनी विशेषज्ञों की एक टीम कड़ी मेहनत कर रही है, वहीं मुंबई में उनके मित्र ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) से अनुकूल फैसला आने के लिए प्रार्थना की. जाधव के बचपन के मित्र तुलसीदास पवार और अन्य ने यहां गणेश पूजा की, उनके जीवन के लिए प्रार्थना की.
कुछ घंटों बाद अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने पाकिस्तान द्वारा जाधव को मौत की सजा दिए जाने पर रोक लगा दी. पवार ने कहा, ‘कूलभूषण ने जब राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के लिए प्रवेश परीक्षा फार्म भरा था तब मैं वहां था. एनडीए में उनके पासिंग आउट परेड में भी मैं शामिल हुआ था.’
मध्य मुंबई के लोअर परेल इलाका स्थित पृथ्वी नंदन सोसाइटी में जाधव के मित्रों ने सुबह के वक्त गणेश पूजा शुरू की. इसी स्थान पर वह पले बढ़े थे. एनएम जोशी मार्ग पुलिस थाना के पास स्थित एक अपार्टमेंट ब्लॉक में पूजा की गयी.
परिवार 1998 में लोअर परेल इलाके से बाहर गया था. पवार की पत्नी वंदना ने बताया, ‘पवार और जाधव परिवार के बीच करीबी संबंध है.’ अपनी शादी के बाद वंदना की जाधव से जान पहचान हुई थी. जाधव के मित्रों ने उनकी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश के तहत एक हस्ताक्षर अभियान चलाया था.
किंग जार्ज स्कूल में पढ़ाई करने के बाद जाधव ने यहां रुइया कॉलेज में शिक्षा हासिल की जिसके बाद वह पुणे के खड़वासला स्थित एनडीए में शामिल हुए.
जाधव के दोस्तों ने पटाखे छोडकर आईसीजे के फैसले का स्वागत किया
पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की फांसी पर रोक लगाने के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए उनके दोस्तों एवं शुभचिंतकों ने आज पटाखे छोड़कर जश्न मनाया.
जाधव के दोस्तों ने लोअर परेल इलाके में और उनके पड़ोसियों ने पवई इलाके में स्थित जाधव के सिल्वर ओक अपार्टमेंट की इमारत के बाहर पटाखे छोड़े. इमारत के बाहर जमा हुई भीड़ ने इस दौरान ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारे लगाए.
एक पड़ोसी ने कहा कि जाधव परिवार इमारत की पांचवीं मंजिल पर रहता था लेकिन अब वे यहां से चले गये और उनके फ्लैट में ताला लगा है. एक गांव वाले ने कहा, ‘यह (फैसला) एक अच्छी शुरुआत है. अब भारत को जाधव को रिहा कराने और घर वापस लाने के लिए प्रयास तेज कर देने चाहिए.’