नयी दिल्ली : पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद से ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप राजनीतिक दल लगा रहे हैं. इन आरोपों के बीच सरकार ने संसद में यह जानकारी दी कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को उन्नत एम3 मशीन से बदल देगा.
गौरतलब है कि सबसे पहले मायावती ने ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए चुनाव रद्द करने की मांग की थी. उसके बाद उनके साथ अरविंद केजरीवाल भी आ गये थे. पिछले सप्ताह लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में कानून एवं न्याय राज्य मंत्री पीपी चौधरी ने बताया कि एम3 ईवीएम प्रौद्योगिकी तौर पर उन्नत हैं. इनमें और दूसरे ईवीएम के संचालन में कोई अंतर नहीं है. इससे बूथ प्रबंधन प्रणाली प्रभावित नहीं होती है.
मंत्री ने जानकारी दी कि वर्ष 2006 से पहले खरीदे गये 9,30,430 ईवीएम को चरणबद्ध तरीके से 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बदल दिया जायेगा. एम3 ईवीएम की विशेषता यह है कि इसके साथ छेड़छाड़ करने और इसे खोलने का प्रयास करने से यह स्वत: बंद हो जायेगा.
