नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी के विधायक औरदिल्ली सरकार में कानून मंत्रीजितेंद्र सिंह तोमर अपनी डिग्री को लेकर फंसते नजर आ रहे हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार के एक विश्वविद्यालय ने सोमवार को दिल्ली हाइकोर्ट को बताया कि दिल्ली के विधि मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर का अंतरिम प्रमाणपत्र जाली है और इसका संस्थान के रिकॉर्ड में अस्तित्व नहीं है. तोमर ने इसी विश्वविद्यालय से विधि की शिक्षा प्राप्त करने का दावा किया है.
कटियार मीडिया में यह मुद्दा छाने के बाद जितेंद्र सिंह तोमर ने सफाई देते हुए कहा है कि उनकी डिग्री 100 प्रतिशत असली है और उन्होंने इस संबंध में कोई अनियमितता नहीं बरती है. वहीं, सूत्रों के हवाले से खबर है कि मुख्यमंंत्री अरविंद केजरीवाल ने तोमर से इस पूरे मामले में उनका पक्ष पूछा है, हालांकि मुख्यमंत्री तुरंत-फुरंत में उनके खिलाफ कार्रवाई करने के मूड में नहीं हैं.
बिहार के तिलक मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय ने अदालत के सामने अपनी जांच रिपोर्ट रख कर कहा कि अंतरिम प्रमाणपत्र में दिया गया सीरियल नंबर रिकॉर्ड में तोमर की जगह किसी अन्य व्यक्ति का नाम दिखाता है. जस्टिस राजीव शकधर की पीठ के सामने रखे गये हलफनामे में कहा गया कि जांच रिपोर्ट और विश्वविद्यालय रिकॉर्ड के आधार पर सीरियल नंबर 3687 वाला अंतरिम प्रमाणपत्र 29 जुलाई 1999 को संजय कुमार चौधरी को वर्ष 1998 में हुई बीए (ऑनर्स) की राजनीतिक विज्ञान की परीक्षा के लिए दिया गया था.
आपको बता दें कि इससे पहले भी ‘आप’ के विधायकों पर पहले भी कई तरह के आरोप लग चुके हैं. आम आदमी पार्टी की सरकार में कानून मंत्री रह चुके सोमनाथ भारती भी विवादों में रहे हैं. खिड़की एक्सटेंशन विवाद में वे खबरों की सुर्खियों में रहे हैं. वहीं दूसरी ओर हाल के दिनों में ‘आप’ विधायक राखी बिड़ला की बर्थ डे पार्टी में भी जमकर मारपीट हुई थी और उनपर बर्थ डे में महंगी गाड़ी गिफ्ट लेने का भी आरोप लगा था हालांकि बाद में पार्टी की ओर से इस मामले में सफाई दी गई.
जितेंद्र सिंह का जन्म 12.04.1966 को फतेहपुर उत्तर प्रदेश में हुआ है. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली और उत्तर प्रदेश से प्राप्त की. उन्होंने अपना स्नातक विधि में बिहार के तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय से पूरा किया. वे आम आदमी पार्टी से 2013 में जुडे.