नयी दिल्ली : जंतर-मंतर पर किसान गजेंद्र सिंह की खुदकुशी के मामले में आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिस दिन घटना हुई उस रात मुझे पूरी रात नींद नहीं आई थी.
उन्होंने कहा कि मुझसे गलती हुई कि मैंने घटना के बाद भी भाषण दिया. मुझे रैली रोक देनी चाहिए थी लेकिन मंच से कुछ दिख नहीं रहा था. मुझे इस बात का अफसोस है और मैं इसके लिए माफी मांगता हूं. मुझे और पुलिस को पता नहीं था कि गजेंद्र खुदकुशी कर रहा है साथ ही मुझे डर था कहीं भगदड़ न मच जाये. उन्होंने कहा कि गजेंद्र की खुदकुशी पर राजनीति बंद होनी चाहिए.
केजरीवाल ने कहा कि किसानों के हक में तीन बातों का ध्यान दिया जाना चाहिए. पहला कि मुआवजा किसानों का हक का हो. दूसरा किसानों को उनकी फसल का उचित दाम मिले. तीसरा यह कि किसानों की जमीन उसकी मर्जी से ली जाये. भाजपा नेता नलिन कोहली ने कहा कि केजरीवाल जी के माफी मांगने से कुछ नहीं होगा जो भी इस मामले में दोषी है उसे सामने लाने की जरूरत है.
मीडिया पर भडास उतारते हुए उन्होंने कहा कि टीआरपी के लिए मामले की चिरफाड किया जा रहा है.उन्होंने कहा कि मीडिया में सूत्रों के आधार पर खबरें चलाई जा रही है जिसे बंद किया जाना चाहिए. इस मामले में जो दोषी हो, उसे फांसी पर लटका देना चाहिए. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले की पुलिस और मजिस्ट्रेट की जांच चल रही है. हमें किसानों की समस्या पर बात करनी चाहिए.
वहीं दूसरी ओर आज आम आदमी पार्टी के नेता गजेंद्र सिंह के गांव दौसा जायेंगे और वहां उनके परिवार से मिलेंगे. दौसा के लोगों में आप नेताओं के प्रति आक्रोश का माहौल है जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि यहां इनका विरोध हो सकता है. ‘आप’ ने गुरूवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर हमला बोला साथ ही गजेंद्र सिंह के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की बात कही.