नयी दिल्ली : ‘दिल्ली सरकार’ के सामने खुदकुशी करनेवाले दौसा (राजस्थान) के किसान गजेंद्र सिंह की गुरुवार को हजारों नम आंखों के सामने अंत्येष्टि कर दी गयी. पूरे गांव में इस घटना को लेकर रोष व्याप्त है. गजेंद्र सिंह की बेटी ने अपने पिता का मौत के पीछे राजनीतिज्ञों का हाथ होने की बात कही है. उसने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जो सुसाइड नोट उनके पास से प्राप्त हुआ है उसमें उसके पिता की हैंडराईटिंग नहीं है.
टीवी रिपार्ट के अनुसारजंतर-मंतर में गजेंद्र सिंह की खुदकुशी के मामले में दिल्ली सरकार और पुलिस मजिस्ट्रेट ने आज सुबह 11 बजे तक पुलिस को रिपोर्ट देने की डेडलाइन दी है, हालांकि पुलिस ने रिपार्ट साझा करने से इनकार किया है.वहीं दूसरी ओर इस मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत आप के कई बड़े नेताओंसे पूछताछ कर सकती है.
कल मैं स्वर्गीय गजेन्द्र सिंह जी के परिवार से मिलने उनके गॉव जा रहा हूँ, इस दुःख के समय में हम सब उनके परिवार के साथ है।
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) April 23, 2015
वहीं दूसरी ओर गजेंद्र सिंह के भाई ने कहा कि जिसे लोग सुसाइड नोट बता रहे हैं दरअसल वह चिट्ठी उसने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को देने के लिए लिखी थी.भाजपा सांसद और गायक मनोज तिवारी ने कहा कि गजेंद्र सिंह की हत्या साजिश के तहत की गई है जिसकी जांच होनी चाहिए.
इधर, दिल्ली में खुद को किसानों का हमदर्द बतानेवाली पार्टियों ने इस पर राजनीति शुरू कर दी है. संसद से सड़क तक यह मुद्दा छाया रहा. भाजपा ने ‘आप’ पर, ‘आप’ ने भाजपा पर और कांग्रेस ने इन दोनों पर गजेंद्र की मौत की जिम्मेदारी डाली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी संसद में इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करना पड़ा. उधर, गजेंद्र की ‘चिट्ठी’ पर उसके परिजनों ने यह कहते हुए सवाल उठाये हैं कि यह लिखावट उसकी है ही नहीं.
इसी बीच आज आम आदमी पार्टी के नेता गजेंद्र सिंह के गांव दौसा जायेंगे और वहां उनके परिवार से मिलेंगे. दौसा के लोगों में आप नेताओं के प्रति आक्रोश का माहौल है जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि यहां इनका विरोध हो सकता है. ‘आप’ ने गुरूवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर हमला बोला साथ ही गजेंद्र सिंह के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की बात कही.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुमार विश्वास ने कहा कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने झूठ बोला है. गृह मंत्री ने कहा कि ‘आप’ कार्यकर्ता ने पुलिस को गजेंद्र को उतारने नहीं दिया. आपके कैमरे वहां थे. आप सच दिखाएं कि क्या मंच से किसी ने कहा कि पुलिस को काम न करने दें. लगतार कहा जा रहा था कि पुलिस पहुंचे. वहीं, संजय सिंह ने कहा कि जो घटना हुई, देश के अन्नदाता की पीड़ा को दर्शाता है.