नयी दिल्ली : राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर तरक्की दिए जाने के खिलाफ आज पार्टी में एक और आवाज बुलंद हुई. लोकसभा में कांग्रेस के उप-नेता अमरिंदर सिंह ने आज कहा कि सोनिया गांधी को पार्टी अध्यक्ष के पद पर ‘‘बने रहना चाहिए’’ और पीढीगत बदलाव ‘‘चाकू के जोर पर’’ नहीं हो सकता. अमरिंदर ने कहा, ‘‘आप चाकू के जोर पर पीढीगत बदलाव नहीं कर सकते. देश भर में लोगों से व्यक्तिगत तौर पर मिलकर आपको अनुभव हासिल करना होगा और लोगों से संपर्क बनाकर रखना होगा.’’
उन्होंने जोर देकर कहा कि लोगों को अनुभव हासिल करना चाहिए और फिर उपर चढना चाहिए क्योंकि ‘‘अनुभवहीन लोग उपर नहीं जा सकते.’’ सोनिया गांधी के पार्टी अध्यक्ष पद पर बने रहने को लेकर पार्टी में उठ रही आवाजों के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में अमरिंदर ने कहा कि वह इस धारणा से सहमत हैं कि जब पार्टी को लोकसभा में महज 44 सीटें मिली हो और मनोबल गिरा हुआ हो, तो ऐसे समय में उसे एक ऐसा शख्स चाहिए जिसके पास अनुभव और पार्टी को फिर से शीर्ष पर ले जाने की योग्यता हो. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘अब चुनाव व्यक्तित्व के आधार पर होने लगे हैं. श्रीमती गांधी कांग्रेस की नेता हैं और जब हम इतने नीचे स्तर तक चले आए हैं तो उनकी जैसी नेता ही पार्टी को उपर ले जा सकती हैं. मेरा मानना है कि उनमें पार्टी का नेतृत्व करने की क्षमता है.’’
अमरिंदर ने कहा, ‘‘राहुल को नंबर दो पर रहने दीजिए और वह भूमिका निभाने दीजिए ताकि वह बाद में पार्टी का कार्यभार संभाल सकें.’’ उन्होंने कहा कि इस बात की कोई वजह नहीं है कि राहुल गांधी उपाध्यक्ष के तौर पर काम नहीं कर सकते. यह पूछे जाने पर कि राहुल को नेतृत्व क्यों नहीं सौंपा जा सकता, इस पर उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ और अनुभव प्राप्त करने की जरुरत है और उन्हें देश में घूम-घूमकर अपनी छवि बनाने की ठीक उसी तरह से जरुरत है जैसे आपातकाल के पश्चात पार्टी की हार के बाद इंदिरा गांधी ने किया था. अमरिंदर ने यह भी कहा कि प्रियंका गांधी को सक्रिय राजनीति में सक्रिय होकर राहुल के साथ और सोनिया की अध्यक्षता में एक टीम के तौर पर काम करना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि उन्हें अब सक्रिय राजनीति में आ जाना चाहिए. मुङो नहीं पता कि क्यों बहुत सारे लोग मानते हैं कि उन्हें नहीं आना चाहिए.’’ अमरिंदर ने कहा, ‘‘वह एक काफी अच्छी और स्पष्टवादी महिला हैं और वह अपने भाई का भी सहयोग करेंगी. पार्टी को नई उंचाइयों तक ले जाने के लिए दोनों एक टीम के तौर पर काम कर सकते हैं.’’ उन्होंने राहुल गांधी के अचानक ‘‘छुट्टी’’ पर चले जाने के फैसले का बचाव किया और जोर देकर कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष को ‘‘खारिज नहीं किया जा सकता’’ और एक दिन वह शीर्ष पर होंगे.