नयी दिल्ली : आईएमडी की नयी विश्व प्रतिभा रैंकिंग में भारत छह स्थान फिसलकर 59 वें पायदान पर आ गया है. जीवन गुणवत्ता और शिक्षा पर खर्च में कमी इसकी वजह है. कुल 63 देशों की इस सूची में स्विट्जरलैंड पहले नंबर पर है. यह रैंकिंग तीन प्रमुख श्रेणियों में प्रदर्शन पर आधारित है. इसमें निवेश एवं विकास, लोगों के बीच उसकी अपील और तत्परता है. ब्रिक्स देशों में भी भारत पीछे है. सूची में चीन (42वें), रूस (47वें) और दक्षिण अफ्रीका (50वें) पायदान पर है.
गुणवत्तापूर्ण जीवन की कमी, प्रतिभाओं को आकर्षित करने और उन्हें बनाकर रखने में अर्थव्यवस्था की कम प्राथमिकता की वजह से भारत की स्थिति में तेज गिरावट आयी है. आईएमडी बिजनेस स्कूल स्विट्जरलैंज एंड सिंगापुर के वरिष्ठ अर्थशास्त्री जोस कैबलेरो ने कहा कि कई कारकों की वजह से भारत की रैंकिंग में गिरावट आयी है. इसमें प्रति छात्र की शिक्षा पर खर्च और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा शामिल है. यह जीडीपी वृद्धि से जुड़ा है.
उन्होंने कहा कि कुछ और भी मुद्दे हैं, जो जीडीपी वृद्धि को इसी तरह से प्रभावित करते हैं, जैसे प्रभावी स्वास्थ्य व्यवस्था और श्रमबल में महिलाओं का योगदान. भारत का अपील कारक हाल में आयी प्रदूषण की समस्या से जुड़ा है. प्रतिभा के मामले में स्विट्जरलैंड ने अपनी शीर्ष स्थिति को बरकरार रखा. इसके बाद डेनमार्क दूसरे और स्वीडन तीसरे पायदान पर है. टॉप 10 देशों में ऑस्ट्रिया (4वें), लक्जमबर्ग (5वें), नॉर्वे (6वें), आइसलैंड (7वें), फिनलैंड (8वें), नीदरलैंड (9वें) और सिंगापुर (10वें) शामिल हैं.